लगातार 15 दिनों से हड़ताल कर रहे दिव्यांगजनों द्वारा 11 फरवरी को कहा गया था कि उन्हें पुलिस विभाग द्वारा 107 और 116 की धारा के नोटिस भेजे गए हैं जिनको लेकर वह कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा के पास बोतल में पेट्रोल लेकर जाएंगे, किंतु 12 फरवरी को इस बात की सूचना लगते ही जिला प्रशासन द्वारा दिव्यांग संघ के पदाधिकारी अमन नामदेव को कोतवाली पुलिस द्वारा सुबह से ही घर से उठा लिया गया और शाम 5:00 बजे कोतवाली थाने से छोड़ गया, जिसमें दिव्यांग अमन का कहना है कि वह पुलिस की इस कार्रवाई से डरने वाले नहीं है और वह अपना आंदोलन को और भी आगे निरंतर करते रहेंगे
आपको बता दे कि अपनी लंबित मांगों को लेकर बीते दिनों से हड़ताल कर रहे दिव्यांगजनों को 11 फरवरी को पुलिस द्वारा धारा 107 और 116 के नोटिस दिए गए थे, जिसके बाद दिव्यांगजनों ने मीडिया के माध्यम से अपना बयान जारी किया था, कि वह बिना शांति भंग किया अपना आंदोलन कर रहे हैं और पुलिस द्वारा उन्हें शांति भंग करने की धारा के तहत नोटिस दिया गया है ,वह उस नोटिस को लेकर जिला कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा के पास बोतलों में पेट्रोल लेकर जाएंगे और पूछेंगे कि आखिर उन्हें इस प्रकार से क्यों नोटिस दिया गया है, जिसकी सूचना मिलने पर पुलिस विभाग द्वारा 12 फरवरी को सुबह ही दिव्यांग संघ के पदाधिकारी अमन नामदेव को घर से ही पुलिस द्वारा उठा लिया गया और दिनभर उन्हें थाने में विट्ठल कर रखा गया और शाम होते ही अमन नामदेव को पुलिस द्वारा हिदायत देते हुए छोड़ दिया गया
न्यायालय के माध्यम से आगे अपनी लड़ाई प्रशासन के खिलाफ जारी रखेंगे – अमन नामदेव
दिव्यांग संघ के पदाधिकारी अमन नामदेव द्वारा पद्मेश न्यूज़ से चर्चा के दौरान बताया गया कि उन्होंने भले ही मीडिया में यह बयान दिया था कि वह बोतलों में पेट्रोल लेकर कलेक्टर गिरीश कुमार मिश्रा के पास जाएंगे किंतु उन्होंने यह नहीं कहा था कि वह आत्मदाह करेंगे, किंतु पुलिस द्वारा उन्हें आंदोलन खत्म करें इसलिए डरने के लिए पहले नोटिस भेजा गया और उसके बाद उन्हें थाने में बंद कर रखा गया, किंतु वह इससे डरने वाले नहीं है और वह अब अपने आंदोलन को आगे कोर्ट के माध्यम से पूरा करेंगे और अपनी लड़ाई को न्यायालय के माध्यम से लड़ेंगे अब उन्होंने अपने अनिश्चितकालीन धरना को खत्म कर दिया है, क्योंकि उन्हें जिला प्रशासन द्वारा यह अस्वस्थ कराया गया है कि वह जल्द ही जिले में दिव्यांगों के लिए रोजगार मेला का आयोजन करेंगे और उन्हें रोजगार दिलाने का काम करेंगे जिसको लेकर उन्होंने आज अपना धरना खत्म कर दिया है किंतु वह न्यायालय के माध्यम से आगे अपनी लड़ाई प्रशासन के खिलाफ जारी रखेंगे
सुरक्षा की दृष्टि से उठाया गया था अमन को – अंजुल अयक मिश्रा
जब हमारे द्वारा सीएसपी अंजुल अयक मिश्रा से दूरभाष पर यह पूछा गया कि अमन नामदेव को पुलिस द्वारा क्यों उठाया गया था तब उन्होंने बताया कि अमन नामदेव द्वारा मीडिया में यह बयान दिया गया था कि वह बोतल में पेट्रोल लेकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचेंगे और कहीं वह कुछ घटना ना कर ले इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से उन्हें पुलिस द्वारा थाने में बिठाकर रखा गया और उन्हें शाम को समझाइश देकर छोड़ दिया गया है, उनके खिलाफ कोई भी मामला या कार्रवाई नहीं की गई है