अफ्रीका में तबाही मचाने वाला वायरस भारत पहुंच चुका है। हाल ही में केरल में क्लेड 1बी एमपॉक्स संक्रमण का मामला मिलने के बाद केंद्र सरकार अलर्ट हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के लिए एमपॉक्स बीमारी पर एक नई एडवाइजरी जारी की है। दरअसल, भारत क्लेड 1बी एमपॉक्स संक्रमण का मामला दर्ज करने वाला तीसरा गैर-अफ्रीकी देश बन गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 14 अगस्त, 2024 को घोषणा की थी कि एमपॉक्स बीमारी का वर्तमान प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता का एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (पीएचईआईसी) था। मंत्रालय ने राज्यों को स्वास्थ्य सुविधाओं में सार्वजनिक स्वास्थ्य तैयारियों का आकलन करने का निर्देश दिया है। इसकी समीक्षा राज्य और जिला दोनों स्तरों पर वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा की जाएगी।
मंत्रालय ने संदिग्ध और पुष्ट दोनों मामलों के प्रबंधन के लिए अस्पतालों में आइसोलेशन सुविधाओं की पहचान करने, ऐसी सुविधाओं में जरूरी सामान और ट्रेंड स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। मंत्रालय ने अपने पत्र में कहा कि उपलब्ध जानकारी के अनुसार, वयस्कों में एमपॉक्स क्लेड I की क्लीनिकल प्रेजेंटेंशन क्लेड II के समान ही है। हालांकि, क्लेड II संक्रमण की तुलना में क्लेड I में जटिलताओं की दर अधिक हो सकती है।
यह दूसरी बार है जब डब्ल्यूएचओ ने इंटरनेशनल हेल्थ रेगुलेशंस, 2005 के तहत एमपॉक्स रोग से संबंधित पीएचईआईसी की घोषणा की है, जिस पर भारत भी हस्ताक्षरकर्ता है। 2002 में शुरू हुआ पिछला एमपॉक्स प्रकोप एमपॉक्स वायरस क्लेड II के कारण हुआ था।