वारासिवनी अंतर्गत ग्राम पंचायत सिकंदरा निवासी 40 वर्षीय व्यक्ति की 20 अगस्त को संदिग्ध स्थिति में मौत हो गई। मृतक नवल किशोर माहुले अपने परिवार के साथ रात्रि में भोजन कर सोया था जो 20 अगस्त की सुबह उठा ही नहीं। उसके बच्चे खेल रहे थे मकान मालिक ने देखा तो मृत्यु का पता लगा। जिसमें वारासिवनी पुलिस ने आवश्यक कार्यवाही का 100 परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया वहीं मामले में मर्ग कायम कर जांच की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नवल किशोर पिता ओमकार माहुले खोड़ सिवनी थाना हट्टा बालाघाट का रहने वाला था। जो सिकंदरा थाना वारासिवनी में गोकुल प्रसाद चौधरी के मकान में किराये से अपने बच्चों के साथ निवास करता था। जो आरा मिल में मजदूरी का कार्य था जो शराब का आदी था वह 19 अगस्त को रात्रि में अपने परिवार के साथ घर पर भोजन कर सो गया था। जो 20 अगस्त की सुबह उठा ही नहीं वह मृत अवस्था में अपने बिस्तर पर लेटा हुआ था। परंतु उसके नादान बच्चों को पता ही नही था कि उनके पिता की मृत्यु हो गई है वह यह सबसे दूर घर के बाहर उठकर खेल रहे थे। तभी मकान मालिक गोकुल प्रसाद चौधरी ने देखा कि बच्चे खेल रहे हैं यह कहां गया यह देखने घर के अंदर गया तो मृत अवस्था में बिस्तर पर नवल किशोर पड़ा हुआ था। जिसकी जानकारी उसके द्वारा पास पड़ोस के लोगों को दी गई वहीं पुलिस को भी सूचना दी गई। घटना स्थल पर पुलिस ने पहुंचकर आवश्यक कार्यवाही कर समस्त जानकारियां लेकर मामले में मर्ग कायम कर जांच प्रारंभ कर दी गई है। वहीं शव का पोस्टमार्टम का अंतिम संस्कार के लिए सुपुर्द कर दिया गया है।
पड़ोसी गोकुल प्रसाद चौधरी ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि मैं ग्राम सिकन्द्रा रहता हूँ कपडे सिलाई का काम करता हूँ। मेरे घर में बने किराये के कमरे में नवल किशोर माहुले पिता ओमकार माहुले उम्र करीबन 40 वर्ष निवासी खोडसिवनी थाना हट्टा हाल मुकाम सिकन्द्रा का मेरे घर पांच माह से किराये के कमरा में दो बच्चे एक लडका मासुम उम्र करीबन 11 साल, एक लडकी उम्र करीबन 7 साल के साथ रहता है। 19 अगस्त के रात्रि करीबन 09 बजे बच्चो के साथ में किराये के कमरे में सो गया था रोज सुबह 06 बजे लगभग उठ जाता था। खाना पीना बनाकर आदरा मील में मजदुरी करने जाता था। 20 अगस्त को सुबह 08 बजे तक सोकर नही उठा बच्चे सामने आंगन में खेल रहे थे। मै दरवाजे से सामने जाकर आवाज दिया तो नवल किशोर नही उठा तब मैं दरवाजा खोल कर देता तो बिस्तर में लेटा हुआ दिखाई दिया। मैं पास में जाकर देखा तो नवल किशोर की मृत्यु हो चुकी थी आंखे खुली हुई थी। नवल किशोर शराब पीने का आदि था। मृत्यु कैसे हुई मुझे नहीं पता। मैने पास पडोस के लोगो को बताय तो उन्होने भी आकर देखे।