वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत थानेगांव की मायनर चेन क्रमांक 0 से लेकर टेल तक कच्चा मार्ग एवं लाईनिंग कार्य के साथ ही क्षतिग्रस्त हो चुके पनघटिया तालाब के सुधार कार्य की मांग को लेकर ग्राम पंचायत थानेगांव सरपंच लक्ष्मीकांत बैस के साथ जागरूक किसानांे और ग्रामीणों ने सीईओ जिला पंचायत को ज्ञापन सौंपा। जिसमें उन्होंने उक्त दोनों निर्माण कार्यों की जल्द से जल्द स्वीकृति दिए जाने की मांग की जहां सुकृति ना मिलने पर स्वीकृति ना मिलने पर समस्त किसानों के साथ उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है।
आवेदन निवेदन कभी नहीं हो रहा असर
उक्त मांग को लेकर ज्ञापन सौंपने जिला पंचायत पहुंचे ग्राम पंचायत थानेगांव के ग्रामीणों ने बताया कि इससे पूर्व भी 2 फरवरी को थानेगांव मायनर और क्षतिग्रस्त पनघटिया तालाब के निर्माण की मांग को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। जिसमें अनुमानित लगभग 10 लाख रूपये का खर्च आना है, यदि एक माह के भीतर इन कार्यो को कर दिया जाता है तो नहर से लगभग 300 हेक्टेयर और तालाब के नीचे से लगी लगभग 200 हेक्टेयर जमीन पर कृषक, अपनी फसल ले पायेंगे और यदि यह काम नहीं किया जाता है तो आधा गांव के किसानांे की लगभग 5 सौ हेक्टेयर भूमि पर लगाई जाने वाली फसल पर इसका असर पड़ेगा। किसान धान की खेत नहीं कर सकेंगे, जिससे बड़ी संख्या में किसान प्रभावित होगा।
तो उग्र आंदोलन किया जाएगा- लक्ष्मीकांत बैस
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान ग्राम पंचायत थानेगांव सरपंच लक्ष्मीकांत बैस ने बताया कि यह जनहित का मुद्दा है और सड़क, नाली से ज्यादा मायनर की कच्चे मार्ग, लाईनिंग और क्षतिग्रस्त पनघटिया तालाब को सुधारे जाने की जरूरत है, ताकि इनसे मिलने वाले पानी से किसान अपनी फसलों को पानी दे सके। उन्होंने चेतावनी देते हुए आगे कहा कि यदि जल्द ही मायनर और तालाब निर्माण पर ध्यान नहीं दिया जायेगा तो इसके खिलाफ समस्त आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा उग्र आंदोलन किया जायेगा।