नगर मुख्यालय से १० किमी. दूर ग्राम पंचायत जाम के साप्ताहिक बाजार के दिन शनिवार ११ नवंबर को शाम ७ बजे बाजार चौक में बालाघाट विधानसभा क्षेत्र क्रमांक १११ की कांग्रेस पार्टी की अधिकृतप्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे के द्वारा नुक्कड़ सभा आयोजित कर क्षेत्रीयजनों से कांग्रेस पार्टी के पक्ष में मतदान कर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने की अपील की। जाम में आयोजित चुनावी नुक्कड़ सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती अनुभा मुंजारे क्षेत्रीय विधायक गौरीशंकर बिसेन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि ७ बार से गौरीशंकर बिसेन इस क्षेत्र से चुनाव जीतकर क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे है यह उनका आठवां चुनाव है और आठ अंक बहुत खतरनाक होता है क्योंकि देवकी माता की आठवीं संतान भगवान श्रीकृष्ण ने ही कंसका वध किया था, उसी तरह से गौरीशंकर बिसेन का यहां आठवां चुनाव है और क्षेत्र की जनता यह तक कह रही है कि गौरीशंकर बिसेन नारी से चुनाव जीते थे, नारी से ही हारेगें। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि गौरीशंकर बिसेन ने कड़ी मशक्कत कर बालाघाट विधानसभा क्षेत्र से श्रीमती मौसम बिसेन को भाजपा की टिकिट तो दिलवा दी लेकिन महज दो दिनों में उन्हे जब यह पता चला कि उनकी सुपुत्री यह चुनाव अनुभा मुंजारे से ३० से ३५ हजार वोटों से हार रही है तो गौरीशंकर बिसेन ने आनन-फानन में अपनी बेटी का बीमारी का बहाना बताकर स्वयं चुनावी मैदान में उतर गये, जब जनता ने उनसे यह सवाल किया कि टिकिट तो आपकी बेटी को मिली है तो फिर आप क्यों फार्म भर रहे हो तो उन्होने कहा कि बेटी की तबियत ठीक नही है इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से मुझे फार्म भरना पड़ा और कुछ दिनों के बाद मौसम बिसेन ने भी फार्म भर दिया। लेकिन गौरीशंकर बिसेन के द्वारा मौसम बिसेन का जानबुझ ऐसा फार्म भरवा गया था कि वह रिजेक्ट हो जाये क्योंकि हार उन्हे सामने दिख रही थी इसलिए उन्होने अपनी बेटी को पीछे धकेल कर स्वयं चुनाव लडऩे लगे है। जबकि उन्होने ६ माह पहले मंचों के माध्यम से बोले थे कि मैं अब चुनाव नही लडूगा, युवा पीढ़ी को सामने लाऊंगा और जब भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय जब बालाघाट आये थे तो गौरीशंकर बिसेन ने अपनी बेटी का परिचय बालाघाट विधानसभा क्षेत्र की भावी विधायक के रूप में करवाया था और जब बेटी को टिकिट मिलने के बाद वे स्वयं चुनाव लडऩे लगे है इस तरह अपनी बेटी के नही हुए तो जनता के क्या होगें, ऐसे छल, कपट करने वालों को सबक सीखाना है। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि गौरीशंकर बिसेन ने क्षेत्र में कोई उल्लेखनीय काम नही किये है परन्तु मुझे समझ में नही आ रहा है कि जब आपने क्षेत्र में कोई काम किया ही नही है तो वोट कैसे मांग रहे है, सिर्फ आपस में लड़ाने का काम किये है, सरपंच चुनाव में भी स्वयं उतर जाते है, दुश्मनी फैलाने के लिए इसलिए आप सभी लोगों से निवेदन है कि आगामी १७ नवंबर कोमतदान केन्द्रोंमेंपहुंचकर महंगाई से मुक्ति के लिए, नारियों के सम्मान के लिए, आदिवासी एवं गरीबों को उनका अधिकार दिलाने के लिए, क्षेत्र की खुशहाली, विकास के लिए एकजुट होकर कांग्रेस के पक्ष में मतदान करिये और मुझे ५ साल का मौका दीजिये। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि आप लोगों को पता है कि वर्ष २०१३ का चुनाव किस तरह से जीता गया था और मुझे हराया गया है एवं हर बार यह बात सामने आती थी कि अनुभा मुंजारे जी कांग्रेस से चुनाव लड़ती तो जीत जाती और आज हमने आप की मांगों का सम्मान करते हुए ६ माह पूर्व कांग्रेस पार्टी की सदस्यता ली है एवं माननीय कमलनाथ जी ने हमें पार्टी में सम्मान भी दिया इसलिए अब आप लोग भी मुझे विजयश्री दिलवाकर कमलनाथ जी का सम्मान करियें। श्रीमती मुंजारे ने कहा कि गौरीशंकर बिसेन ३५ सालों से क्षेत्र का नेतृत्व कर रहे है लेकिन एक कारखाना तक नही खुलवा पाये, फ्लाईओवर बनाने की बात करते है कई बार भूमिपूजन भी हो चुका है परन्तु अब तक बन नही पाया है। इसी तरह अन्य विकास कार्यों का भूमिपूजन किया गया है परन्तु वे भी अधुरे पड़े हुए है और हर बार कभी शक्कर का कारखाना, कभी कागज का कारखाना, कभी स्वीमिंग पुल बनाने की बात करते है परन्तु आप लोगों को कोई ऐसी चीज नही दिखती है कि उन्हे याद करों, बल्कि उन्होने ३५ साल क्षेत्र का नेतृत्व किया है इस दौरान बनाया कुछ नही है उजाड़े है जिस तरह से लालबर्रा मुख्यालय का उजाड़ दिये है।