पीयूष गोयल बोले – अपने नागरिकों की वापसी में बड़े देश विफल, पीएम मोदी की कूटनीति आई काम

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केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बुधवार को यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध पर देश के प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि यूक्रेन से भारतीय छात्रों को लाना आसान नहीं था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयास के बाद इस कार्य को सफलतापूर्वक किया जा सका है।

पूरे भारत में विश्वास पैदा हुआ

उन्होंने कहा कि 20 हजार से अधिक भारत के नागरिक, जिसमें अधिकांश छात्र है। उन्हें तीन सप्ताह के अंदर भारत में वापस लाना। यह हम सभी के लिए गर्व की बात है। आज पूरे भारत में विश्वास उत्पन्न हुआ है। किसी भी संकट के समय भारत सरकार और प्रधानमंत्री हमें संकट से निकालेंगे। पीयूष गोयल ने बताया कि पीएम मोदी ने दुनिया के बड़े नेताओं से बात की। कूटनीति का हर संभव प्रयोग किया। जिससे हमारे नागरिक सुरक्षित वापस आ सकें !

अन्य देशों के बच्चों को लाने में सफल

उन्होंने कहा कि कई देश यूक्रेन से नागरिकों को निकालने में विफल रहे। सिविल एविएशन और भारतीय वायुसेना के विमानों को भेजकर फंसे लोगों को वापस लाने में योग दिया है। गोयल ने कहा, ‘हम पाकिस्तान, नेपाल और बांगलादेश के बच्चों को लाने में भी सफल रहे हैं।’ बच्चों ने बताया कि कई अन्य देश के छात्रों ने भारत का तिरंगा लेकर निकलने में सफल हुए।

बड़े देश विफल रहे

उन्होंने कहा कि किसी और देश का ऐसा कोई उदाहरण नहीं है। जिसने इतनी गंभीरता से नागरिकों को घर लाने का काम किया। बड़े-बड़े देश भी विफल रहे हैं। चीन ने 5 तारीख को पहली बार कुछ लोगों को निकाला। अमेरिका ने सलाह दी की पहले ही निकल जाओ नहीं तो हम जिम्मेदार नहीं।

कांग्रेस पर साधा निशाना

वहीं केंद्रीय मंत्री ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। कहा कि कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दल यूक्रेन में फंसे लोगों के परिवारों की मदद करने के बजाय गलत सूचना फैला रहे थे। लोगों को गुमराह कर रहे थे, जबकि पीएम मोदी यूक्रेन में फंसे भारतीयों के बारे में लगातार चिंतित थे।

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