बैहर थाना के ग्राम तुमड़ीभाट में महिला श्रीमती पुष्प लता पति नेमीचंद शरणागत 32 वर्ष की मौत वन्य प्राणीयो का शिकार करने बिछाए गए विद्युत तार के करंट से नहीं, उसके पति द्वारा विद्युत करंट लगाकर हत्या की गई थी। बैहर पुलिस ने दो दिनों के भीतर इस अंधेहत्या कांड पर्दाफाश करते हुए पुष्पलता शरणागत 32 वर्ष की हत्या करने के आरोप में उसके पति नेमीचंद पिता ओमकार शरणागत35 वर्ष को गिरफ्तार कर लिया ।जिसे न्यायिक अभिरक्षा में जेल भिजवा दिया गया है।
बैहर पुलिस के मुताबिक नेमीचंद शरणागत इलेक्ट्रिशियन का काम करता था। जिसके परिवार में पत्नी पुष्पलता शरणागत दो लड़की और माता-पिता थे। बताया गया है कि पिछले कुछ दिनों से पुष्प लता शरणागत अपने पति नेमीचंद शरणागत पर अन्य महिला के साथ अवैध संबंध होने का शक करती थी ।इसी को लेकर के दोनों पति-पत्नी के बीच विवाद होते रहता था। नेमीचंद ने अपने घर में खाना खर्चा के लिए रुपए देना भी बंद कर दिया था। पुष्पलता के मायके वाले पूरा खर्चा देते थे यहां तक की पुष्पलता को अनाज भी लाकर देते थे। इस विवाद के चलते नेमीचंद ने अपनी पत्नी पुष्पलता शरणागत को मायके चली जाने के लिए बोला था नही तो उसे मार डालने की धमकी भी दी थी। अन्य महिला के साथ अवैध संबंघ को लेकर दोनों पति-पत्नी के बीच चले आ रहे विवाद के चलते 22 मार्च को ग्राम तुमड़ी भाट में सड़क के किनारे महुआ के पेड़ के पास एक महिला की लाश देखी गई। जिसकी पहचान पुष्पलता पति नेमीचंद शरणागत 32 वर्ष। तुमड़ीभाट निवासी के नाम से की गई। जिसकी वन प्राणियों को मारने बिछाए गए विद्युत तार के करेंट से मौत होने की संभावना व्यक्त की जा रही थी। बैहर पुलिस ने मौके से पुष्पलता शरणागत की लाश बरामद कर पोस्टमार्टम करवा कर उसके परिजनों को सौंप दिए और मर्ग कायम कर जांच शुरू की थी। इस दौरान जांच में पाया गया की घटना स्थल पर जी आई तार लगे पाए गए । किंतु यह स्पष्ट नहीं हो पाया कि यह जी आई तार वन प्राणियों का शिकार करने के लिए बिछाए गए थे ।मौके पर खूंटीयॉ गड़ी हुई नहीं पाई गई। जैसे की वन प्राणियों का शिकार करने के लिए लगाई जाती है। पुष्प लता शरणागत की मौत विद्युत करेंट से जरूर हुई थी किंतु वन्य प्राणियों का शिकार करने के लिए बिछाए गए विद्युत तार के करेंट से नहीं हुई थी। मामला पूरा संदिग्ध बना हुआ था। पुष्पलता की लाश एवं घटनास्थल का निरीक्षण फॉरेंसिक टीम डॉग स्क्वाड से कराया गया तथा घटना की वास्तविकता को जानने हेतु लोगों को विश्वास में लेकर पूछताछ ह की जा रही थी। उपलब्ध भौतिक एवं परिस्थितिजन्य साक्ष्यों से ज्ञात हुआ कि नेमीचंद शरणागत के ही द्वारा एक षड्यंत्र के तहत अपनी पत्नी पुष्प लता शरणागत की हत्या की गई। जांच में यह भी पाया गया कि 21 मार्च को 2.30 से 3:00 बजे के बीच कंपाउंड टोला स्थित असाटी हार्डवेयर की दुकान से नेमीचंद शरणागत ने 1 किलो लोहे की सेंटरिंग जी आई तार और सफेद रंग का रेशमी धागा खरीदा था । जो घटनास्थल पर पाया गया था।। बैहर पुलिस ने मर्ग जांच दौरान नेमीचंद शरणागत के विरुद्ध पत्नी पुष्पलता की हत्या करने के पुख्ता सबूत मिलने पर उसे हिरासत में लिया और मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर नेमीचंद शरणागत ने अपनी पत्नी पुष्पलता की विद्युत करंट लगाकर हत्या करना स्वीकार कर लिया। नेमीचंद शरणागत ने अपनी पत्नी पुष्पलता की हत्या करने के कारणों का खुलासा करते हुए बताया कि उसकी पत्नी पुष्प लता उस पर अन्य महिला से अवैध संबंध होने का शक करती थी। इसी को लेकर के विवाद होते रहता था और उसने अपनी पत्नी पुष्पलता की हत्या करने के लिए एक साजिश रची। 21 मार्च को असाटी हार्डवेयर की दुकान से 1 किलो लोहे का सेंटरिंग जी आई तार सफेद रंग का रेशमी धागा खरीदा और रात्रि में तुमड़ीभाट में ही सड़क के किनारे महुआ के पेड़ के पास जी आई तार को रेशम के धागे में बांधकर उसे बेशर्म की झाड़ी मैं बांध दिया और रात्रि में नेमीचंद शरणागत ने अपनी पत्नी पुष्पलता शरणागत को घटनास्थल पर बुलाया और पुष्पलता बिछाए गए विद्युत प्रवाहित जी आई तार के संपर्क में आने से उसकी विद्युत करंट से मौत हो गई। मर्ग जांच उपरांत पुष्पलता शरणागत की एक षड्यंत्र के तहत विद्युत करंट से हत्या करने के आरोप में नेमीचंद शरणागत के विरुद्ध धारा 302 201 भादवि के तहत अपराध दर्ज कर उसे इस अपराध में गिरफ्तार करके 25 मार्च को बैहर की विद्वान अदालत में पेश कर दिया गया ।जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में बैहर जेल भिजवा दिया गया है।