जिले के सिरोंज विधानसभा से पूर्व विधायक व प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा सोमवार को पंचतत्व में विलीन हो गए। सिरोंज में हुए अंतिम संस्कार में उनके अंतिम दर्शन करने समर्थक उमड़ पड़े। यहां पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर के साथ उन्हें विदाई दी। भोपाल चिरायु अस्पताल में रविवार को निधन के बाद श्री शर्मा का पार्थिव शरीर पहले भोपाल के निज निवास पर लाया गया था जहां उन्हें प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद एंबुलेंस द्वारा करीब रात को 3 बजे सिरोंज श्री कृष्णा गौशाला पहुंचे जहां पर उनका पार्थिव शरीर करीब 2 घंटे रखा गया। उसके बाद उनके पार्थिव शरीर को उनके निज निवास गणेश की अथाई पर लाया गया। इस दौरान परिवार सहित संपूर्ण जिले के कार्यकर्ता व समर्थक उनके निवास पर अंतिम दर्शन को पहुंचे। सुबह 9 बजे उनके पार्थिव शरीर को पदयात्रा द्वारा काशी विश्राम घाट पर लाया गया, फिर शव वाहन से उनके पार्थिव शरीर को काशी विश्राम घाट मुक्तिधाम तक लाया गया, जहां उन्हें पूरे राजकीय सम्मान गार्ड ऑफ ऑनर के साथ सलामी देकर श्रद्धांजलि दी गई। इसके बाद उनके भतीजे शिवम शर्मा ने उन्हें मुखाग्नि दी। इस दौरान उनके भाई नलिनीकांत शर्मा, उमाकांत शर्मा(विधायक) भी मौजूद थे।
पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा का अंतिम संस्कार प्रशासन द्वारा कोरोना प्रोटोकॉल के तहत किया गया काशी विश्राम घाट के चारों तरफ लगभग 200 मीटर दूर बेरीकेटस लगाए गए और तकरीबन पूरे जिले सहित 9 पुलिस थानों का पुलिस बल मौजूद रहा। कलेक्टर डॉ पंकज जैन और एसपी विनायक वर्मा ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी।
लोगों के दिलों पर करते थे राज
लक्ष्मीकांत शर्मा के अंतिम संस्कार में पूरे जिले भर से लोगों का आना हुआ। लोगों की भीड़ इकट्ठी ना हो इसलिए सुबह जल्दी ही अंतिम संस्कार करने का फैसला लिया गया था। उसके बाद भी पूरे से सुबह 4 से 5 बजे से ही लोगों का आना प्रारंभ हो गया था। जैसे जैसे लोगों को पता चला उनके निज निवास पर लोगों का जमावड़ा होने लगा। लोग दूर-दराज के गांवों से पैदल चलकर तो कुछ अपने-अपने वाहनों ट्रैक्टर ट्राली से पूर्व मंत्री के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए आए।