उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन ने एक बार फिर अपने परमाणु कार्यक्रम को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया है। परमाणु हथियार रखने वाला नॉर्थ कोरिया अपने रिएक्टर में प्लूटोनियम की रीप्रोसेसिंग कर रहा है। परमाणु हथियार बनाने के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। संयुक्त राष्ट्र (UN) की परमाणु एजेंसी ने नॉर्थ कोरिया के इस कदम पर चिंता जताई है।
प्लूटोनियम की रीप्रोसेसिंग नॉर्थ कोरिया के योंगब्योन प्लांट में की जा रही है। यहां कोरिया का सबसे बड़ा 5 मेगावॉट का परमाणु रिएक्टर है। यह रिएक्टर दिसंबर 2018 से बंद पड़ा था।
बेनतीजा रही थी ट्रंप और किम की बातचीत
अमेरिका और नॉर्थ कोरिया में परमाणु समझौते पर अब तक कोई सहमति नहीं बन सकी है। परमाणु कार्यक्रम के मुद्दे पर नॉर्थ कोरिया के सुप्रीम लीडर किम जोंग उन और तब के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच बातचीत हुई थी। किम ने डोनाल्ड ट्रंप से योंगब्योन के परमाणु प्रोजेक्ट को खत्म करने को वादा किया था, लेकिन उन्होंने दूसरे प्रोजेक्ट पर कोई बात नहीं की थी। ट्रंप ने उनकी इस पेशकश को नकार कर दिया था।
नॉर्थ कोरिया पर कई बार लगे इंटरनेशनल प्रतिबंध
किम जोंग उन के नेतृत्व में नॉर्थ कोरिया का परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह से इस देश पर कई बार इंटनेशनल प्रतिबंध लग चुके हैं। UN की इंटरनेशनल परमाणु एनर्जी एजेंसी ने कहा है कि जुलाई की शुरुआत से ही नॉर्थ कोरिया से संकेत मिलने शुरू हो गए थे। वहां से बड़ी मात्रा में ठंडे पानी को डिस्चार्ज किया जा रहा था। इसका मतलब साफ था कि रिएक्टर ने काम करना शुरू कर दिया है।
IAEA की टीम को 2019 में देश से निकाला
दुनियाभर के परमाणु स्टेशन को मॉनिटर करने वाली इंटरनेशनल एटोमिक एनर्जी एजेंसी (IAEA) को नॉर्थ कोरिया ने 2019 में देश से निकाल दिया था। तब से लेकर अब तक एजेंसी बाहरी सोर्स से इन ठिकानों को मॉनिटर करती है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नॉर्थ कोरिया का परमाणु कार्यक्रम रोकने के लिए तुरंत बातचीत शुरू की जानी चाहिए।