मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग 2020 की परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है जिसमें बालाघाट जिले के रहने वाले आशुतोष रामटेके का चयन नायब तहसीलदार के पद पर हुआ है आशुतोष रामटेके के चयन के बाद से ही उनके परिजन एवं माता-पिता में खुशी का माहौल बना हुआ है एवं उन्हीने इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता ओं के साथ अपने भाइयों को दिया है
2020 में आयोजित हुई ,मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा में बालाघाट जिले के बूढ़ी क्षेत्र में रहने वाले आशुतोष रामटेके द्वारा इस परीक्षा को उत्तीर्ण करते हुए उनका चयन नायब तहसीलदार के पद पर हो चुका है जिसमें आशुतोष रामटेके के पिता ज्ञानी रामटेके एक शिक्षक है एवं उनकी माता ललिता रामटेके एक ग्रहणी हैं जो कि बूढ़ी के वार्ड नंबर 13 करुणा नगर में रहते हैं आशुतोष की प्रारंभिक शिक्षा बालाघाट जिले के लांजी क्षेत्र में हुई है उनका चैन कक्षा छठवीं के बाद नवोदय विद्यालय वारासिवनी में हो गया था उनके द्वारा आगे की पढ़ाई नवोदय विद्यालय वारासिवनी में की गई है वही आईटीआई करने के बाद उन्होंने बीटेक किया और अपना लक्ष्य निर्धारित करने के बाद से ही वह मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की परीक्षा उत्तीर्ण कर अधिकारी बनना चाहते थे क्योंकि उन्हें प्रशासनिक सेवा में ही जाना था एवं उनके द्वारा 2020 में मध्यप्रदेश लोक आयोग की परीक्षा दी गई एवं जिसका परिणाम उन्हें नायब तहसीलदार के रूप में प्राप्त हुआ आगे उन्होंने पद्मेश न्यूज़ से चर्चा करते हुए बताया कि वह आगे और तैयारी कर बड़ी पोस्ट पर जाना चाहते हैं एवं जैसे ही उनके परिजनों एवं माता-पिता को पता चला कि आशुतोष द्वारा प्रशासनिक परीक्षा में उत्तीर्ण कर नायब तहसीलदार पद पर उनका चयन हो गया है उनके परिजनों सहित माता-पिता में काफी हर्ष का विषय है वही आशुतोष रामटेके द्वारा इस सफलता का श्रेय अपने माता-पिता ओं के साथ अपने भाइयों को दिया है वही उनके कुछ ऐसे भी दोस्त हैं जिनके द्वारा उन्हें समय-समय पर मोटिवेट किया गया है वहीं उन्होंने सभी अभ्यार्थियों को संदेश देते हुए कहा है कि सफलता का कोई भी शॉर्टकट नहीं होता है उन्हें हमेशा ही अपनी मेहनत पर भरोसा करना चाहिए एवं जिस प्रकार से आशुतोष रामटेके प्रशासनिक सेवा में जाना चाहते थे और उनका चयन प्रशासनिक सेवा में हो गया है किंतु वह अभी और तैयारी कर बड़ी पोस्ट हासिल करना चाहते हैं इसको लेकर सभी उनके जो भविष्य की कामना कर रहे हैं