कोरोना संक्रमण का हाल बीते दिनों की तरह सोमवार को भी दिखाई दिया। जब जिला अस्पताल, वारासिवनी सहित अन्य स्थानों पर ऑक्सीजन की कमी स्टाफ की कमी और समय पर इलाज नहीं मिलने की वजह से 25 लोगों की मौत हो गई।
जिला अस्पताल, आईटीआई कोविड सेंटर और स्टेडियम खेल परिसर कोविड-सेंटर में कुल 15 लोगों की मौत हुई, जिन का अंतिम संस्कार श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करवाया गया।
इसी तरह वारसिवनी सिविल अस्पताल में सोमवार को हर घंटे में एक व्यक्ति की मौत की खबर आती रही। इस दौरान कुल 9 लोगों की मौत हुई जिनमें 7 लोगों का भारत में श्मशान घाट में अंतिम संस्कार किया गया वहीं एक व्यक्ति का रामपायली में अंतिम संस्कार करवाया गया।
इन सबके बीच लांजी सिविल अस्पताल में एक दिल दहला देने वाली तस्वीर सामने आई जब एक महिला को उसके परिजन कोविड की जाच करवाने के लिए अस्पताल लेकर आए। लेकिन अचानक ऑक्सीजन लेवल कम होने की वजह से महिला ने अस्पताल की चौखट में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल में उपस्थित स्टाप महिला को प्राइमरी इलाज दे पाते उसके पहले ही महिला की मौत हो चुकी थी।
आपको बता दें कि कोविड-19 को के अंतिम संस्कार के लिए नए नियम के अनुसार उनके परिजनों को सौंपा जा रहा है। इसके लिए अस्पताल में उपलब्ध वाहन से सीधे बता मृतक के परिजनों के बताए हुए स्थान के श्मशान घाट में शव पहुँचा रहे है। जहां ठेकेदार के कर्मचारियों की उपस्थिति में ही अंतिम संस्कार भी करवाया जा रहा है।