प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के सभाकक्ष में आदिवासियों के महान नेता भगवान बिरसा मुण्डा के बलिदान दिवस पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर उनका पुण्य स्मरण किया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कमलनाथ ने आदिवासी समुदाय और उपस्थित कांग्रेसजनों को संबोधित करते हुए कहा कि हम आज का दिन गौरव दिवस के रूप में मनाते हैं। भगवान बिरसा मुंडा आदिवासी वर्ग के लिए एक प्रेरणा थे, नयी पीढ़ी के लिए वे जीवंत उदाहरण थे। उन्होंने अपनी कम उम्र में ही आदिवासियों के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया।
श्री नाथ ने कहा कि ‘धरती आबा’ के नाम से विख्यात भगवान बिरसा मुंडा केवल आदिवासियों के नेता नहीं थे, बल्कि वे पूरी समाज के नेता थे। इतनी कम उम्र में आंदोलन किये और ब्रिटिश हुकूमत से आजादी के लिए लड़ाई लड़ी। यदि वे लंबे समय तक जीवित रहते तो इतिहास कुछ और होता। आज आदिवासियों पर जो अत्याचार और शोषण हो रहा है प्रदेश के इतिहास में कभी नहीं हुए।
श्री नाथ ने कहा कांग्रेस पार्टी ने हमेशा आदिवासियों के हित के लिए लड़ाई लड़ी है। भाजपा समाज और आदिवासी वर्ग को आपस में बांट कर विवाद पैदा करने की राजनीति कर रही है, भाजपा के समाज को बांटने के इस प्रयास हो हम कभी सफल नहीं होने देंगे।
आदिवासी नेता पूर्व मंत्री ओंकार सिंह मरकाम और रामू टेकाम ने भी भगवान बिरसा मुण्डा का पुण्य स्मरण करते हुए कांग्रेसजनों को संबोधित किया।
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, कार्यकारी अध्यक्ष राम निवास रावत, प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष एवं संगठन प्रभारी चंद्रप्रभाष शेखर, कोषाध्यक्ष अशोक सिंह, महामंत्री राजीव सिंह, महिला कांग्र्रेस अध्यक्ष श्रीमति विभा पटेल, मीडिया अध्यक्ष के.के. मिश्रा, कांग्रेस पदाधिकारीगण जे.पी. धनोपिया, राजकुमार पटेल, दीपचंद यादव, संजय मसानी, संगीता शर्मा, अजय सिंह यादव, अब्बास हफीज, रवि सक्सेना, मिथुन अहिरवार, अजीता वाजपेयी पांडे, अपराजिता पांडे, आनंद जाट, अभिनव बरोलिया, शहरयार खान, बीएस शर्मा, विनोद इरपांचे, चंद्रा सर्वटे, गीता मिश्रा, सजी इब्राहिम, शहना हसन, गन्नू तिवारी, मुईनउद्दीन सिद्दीकी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।