किसान प्रदर्शनकारियों और सोशल मीडिया यूजर्स को भड़काने वाले 250 ट्विटर अकाउंट्स को आज ब्लॉक कर दिया गया है। इनमें उन सभी लोगों के अकाउंट शामिल हैं जो केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री के खिलाफ अशोभनीय भाषा बोल रहे थे और भीड़ को भड़काने का काम कर रहे थे। दिल्ली की सीमा में तीन बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर इन अकाउंट्स से प्रधानमंत्री को निशाना बनाकर हैशटैग चलाया गया था। इन अकाउंट्स से 30 जनवरी को गलत और भड़काने वाले ट्वीट्स किए गए थे। इससे पहले भी इस तरह के कई ट्विट्स किए गए थे। 26 जनवरी से पहले दिल्ली पुलिस ने ऐसे 350 खातों की पहचान की थी, इन पर नजर रखी जा रही थी। पुलिस का कहना था कि ये खाते 26 जनवरी के दिन राजधानी में कुछ गड़बड़ कर सकते हैं, अफवाह फैलाने और भीड़ को भड़काने में ये इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MEITY) ने ट्विटर को लगभग 250 ट्वीट्स / ट्विटर खातों को ब्लॉक करने का निर्देश दिया है। ट्विटर ने ये खाते ब्लाक कर दिए हैं। इन खातों पर फर्जी, भड़काने वाले और उत्तेजक ट्वीटस कर माहौल खराब करने का आरोप है। जिन एकाउंट्स को ब्लाक किया गया उनमें किसान एकता मोर्चा, द कारवां, मानिक गोयल, आप के पंजाब प्रमुख जरनैल सिंह, अजित रनाडे, मानव जीवन, Tractor2twitr और jatt_junction जैसे अकाउंट्स शामिल हैं। एजेंसी के अनुसार केंद्र सरकार ने कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों को लेकर ट्वीट कर रहे इन अकाउंट्स को लेकर ट्विटर को पहले लीगल नोटिस भेजा था। नोटिस के बाद ट्विटर ने यह कदम उठाया है।इसके अलावा भी कई ऐसे एकाउंट्स पुलिस ने खोजे हैं जिन पर नजर रखी जा रही है। 26 जनवरी से लेकर अब तक पुलिस ऐसे 1000 खातों को ब्लाक करवा चुकी है या उनके बारे में ट्विटर से एक्शन लेने के लिए कहा गया है जिससे किसी तरह की अफवाह न फैलने पाएं। सरकार ने यह फैसला गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों की अपील के बाद लिया है। पुलिस पाकिस्तान से आपरेट किए जा रहे इन खातों पर नजर रखे हुए थी, मगर किसानों ने ट्रैक्टर मार्च के दिन पूरा माहौल ही खराब कर दिया। मंत्रालय ने यह फैसला गृह मंत्रालय और सुरक्षा एजेंसियों की अपील के बाद लिया है। इस अपील में कहा गया था कि किसानों के प्रदर्शन के दौरान ये दिक्कतें पैदा कर रहे हैं और देश की सुरक्षा को इनसे खतरा है।