नई दिल्ली: भारत में इन दिनों वर्क कल्चर को लेकर काफी बहस जारी है। यह बहस इंफोसिस के को-फाउंडर नारायण मूर्ति के उस बयान के बाद फिर से शुरू हो गई है जिसमें उन्होंने हफ्ते में 6 दिन काम करने को प्राथमिकता देना बताया है। नारायण मूर्ति ने हाल ही में कहा था कि वह अपने पुराने बयान पर अभी भी कायम हैं जिसमें उन्होंने हफ्ते में 5 दिन के बजाय 6 दिन काम करने के लिए कहा था। भारत के वर्क कल्चर पर एक इंजीनियर ने सवाल उठाए हैं।
इस इंजीनियर का नाम अंकुर त्यागी है। लखनऊ के रहने वाले अंकुर अभी स्वीडन में रहते हैं और वहां एक कंपनी में टेक इंजीनियर हैं। अंकुर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आयुषी दोषी नाम की एक एक वकील की पोस्ट को रीपोस्ट किया है। इस दौरान उन्होंने भारत में वर्क कल्चर को लेकर अपने अनुभव शेयर किए हैं।
स्वीडन के कल्चर से की भारत की तुलना
अंकुर ने अपनी पोस्ट में भारत के वर्क कल्चर की तुलना स्वीडन के वर्क कल्चर से की है। इनमें अंकुर ने बताया है कि वर्क कल्चर को लेकर यूरोप के देश भारत के मुकाबले काफी बेहतर हैं। अंकुर त्यागी ने कहा कि स्वीडन जाने पर उन्हें जीवन जीने का एक बहुत ही अलग तरीका देखने को मिला। यहां कंपनियों अपने कर्मचारियों पर सही काम करने का भरोसा करती हैं। साथ ही कंपनियां इस बात को अच्छे से जानती हैं कि संतुलित जीवन से ही कर्मचारी अपना बेस्ट दे सकता है।