उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगी है। वर्तमान में हवाओं का रुख लगातार उत्तरी बना हुआ है। साथ ही हवा की रफ्तार भी बढ़ी हुई है। इस वजह से मध्य प्रदेश में भी राजधानी भोपाल सहित अधिकांश जिलों में न्यूनतम के साथ ही अधिकतम तापमान में भी गिरावट होने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक दो दिन बाद पूरे मध्य प्रदेश में ठंड और जोर पकड़ सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी पीके साहा ने बताया कि उत्तर भारत में ठंड बढ़ गई है। वर्तमान में हवा का रुख लगातार उत्तरी बना हुआ है। हवा की रफ्तार भी अधिक है। इससे मध्य प्रदेश में भी दिन और रात के तापमान में गिरावट होने लगी है। बुधवार को राजधानी में 15 से 20 किलोमीटर की गति से हवा चली। इससे दिन में भी सिहरन महसूस हुई। बुधवार को राजधानी का अधिकतम तापमान 28.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस कम रहा। यह मंगलवार के अधिकतम तापमान (29.3 डिग्री सेल्सियस) से भी 0.8 डिग्री सेल्सियस कम रहा।
मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व वरिष्ठ विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अभी चार-पांच दिन तक किसी पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में प्रवेश होने की संभावना नहीं है। वातावरण में नमी कम रहने और हवा का रुख लगातार उत्तरी बना रहने से तापमान में गिरावट होने लगी है। शुक्ला के मुताबिक दो दिन बाद न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। साथ ही अभी चार-पांच दिन तक उत्तर भारत में किसी वेदर सिस्टम के आने के भी आसार नहीं है। इस वजह से दिन में सिहरन और रात में ठंड बरकरार रहने की संभावना है।