महिलाओं में मोटापा और बच्चों को दूध न पिलाना भी बनता है कैंसर का कारण

0

कैंसर पहले बहुत कम लोगों में सामने आता था लेकिन अब इसकी संख्या काफी अधिक बढ़ गई है, लोगों में कैंसर के इलाज के संबंध में ज्यादा जानकारी नहीं होने के कारण लोग सही उपचार नहीं करा पाते। अभी कई प्रकार के आधुनिक उपकरण आये हैं जिसके माध्यम से कैंसर का इलाज भी हो जाता है। यह बात बालाघाट पहुंचे संजीवनी हॉस्पिटल के सीनियर डॉक्टर एवं कैंसर सर्जन डॉक्टर अर्पण चतुरमोहता ने स्थानीय मल्लिकार्जुन होटल में पत्रकारों से चर्चा करते हुए कही।

उन्होंने बताया कि सारे विश्व में हर वर्ष नवंबर माह को विश्व कैंसर माह के रूप में मनाया जाता है। कैंसर के प्रति जागरूकता लाने के लिए ही उनके द्वारा जनता तक संदेश पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि कैंसर के मुख्य कारण तंबाकू बीड़ी सिगरेट एवं शराब है इसके अलावा प्रतिदिन व्यायाम न करना, आलसी जीवनशैली, मोटापा, ब्लड प्रेशर, शुगर, वाद एवं तनाव से भी कई प्रकार के कैंसर होते हैं। स्त्रियों में मुख्यतः स्तन व गर्भाशय के मुंह का कैंसर अधिक होता है जिसका मुख्य कारण भी मोटापा, बच्चों को दूध ना पिलाना, मिलावटी उत्पादों का उपयोग एवं खाद्य पदार्थों में पेस्टिसाइड का होना आदि है। उन्होंने बताया कि कैंसर कुछ लोगों में परंपरागत कारणों से भी होता है इसलिए हमें कैंसर के प्रति जागरूक एवं सजग होना चाहिए। कैंसर की संपूर्ण जांच के लिए पैट स्कैन एवं बायोपसी का उपयोग किया जाता है, जांच से बिल्कुल भी नहीं बचना चाहिए क्योंकि इसके द्वारा कैंसर की जल्दी पहचान एवं सही उपचार हो सकता है।

कैंसर के इलाज के लिए अभी रोबोटिक सर्जरी आई है रोबोटिक तकनीकी द्वारा बेहतर मैग्नीफाइट, वियू एवं 360 डिक्री घूमने वाला आर्म उपलब्ध है। इसके माध्यम से तंत्रिकाओ, वेसल्स और शरीर के अन्य महत्वपूर्ण अंगों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है, उसके कारण सर्जरी सटीक और कम समय में की जा सकती है तथा इससे मानवीय भूल होने की संभावना दूर हो जाती है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here