अपनी बहु प्रतिक्षित मांगों को लेकर प्रदेश भर के शिक्षक फिर आंदोलन की तैयारी कर रहे है। आजाद अध्यापक-शिक्षक संघ 19 अगस्त से जिला स्तरीय बैठकें शुरू कर रहा है। जिसमें आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी। महिला शिक्षकों ने चार सितंबर को भोपाल में बैठक बुलाई है। पहली बैठक छिंदवाड़ा में की जा रही है। फिर 21 को मंदसौर और 28 को भिंड के शिक्षक आंदोलन की तैयारी को लेकर मंथन करेंगे। शिक्षक इस बात से नाराज हैं कि मई में ध्वज यात्रा निकालने के बाद से उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। आंदोलन में सक्रिय शिक्षकों को छोटी-छोटी बातों पर टारगेट कर कार्रवाई की जा रही है।संघ ने एक मई 2022 को विदिशा के श्रीगणेश मंदिर से ध्वज यात्रा शुरू की थी। 65 किलो मीटर की इस पदयात्रा में बड़ी संख्या में महिलाएं भी शामिल थीं। इस यात्रा को भोपाल की सीमा पर सूखीसेवनिया में पुलिस ने रोक दिया था और शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल को मुख्यमंत्री के सलाहकार शिव चौबे ने भरोसा दिलाया था कि 15 दिन में उनकी मांगों पर विचार का निर्णय लिया जाएगा पर ऐसा नहीं हुआ।इससे नाराज शिक्षकों ने फिर आंदोलन की तैयारी शुरू कर दी है। संघ बैठकें कर जिला स्तर पर आंदोलन की रूपरेखा तय करेगा। इसके बाद राज्य स्तरीय आंदोलन की रणनीति बनाई जाएगी। फिर सिलसिलेवार आंदोलन शुरू होगा। बताया जाता है कि भोपाल में फिर से बड़े आंदोलन की कोशिश है। उल्लेखनीय है कि शिक्षक पिछले चार साल से क्रमोन्नति, समयमान, पदोन्नति की मांग कर रहे हैं। वे पुरानी पेंशन बहाली के लिए भी प्रयासरत हैं। जिसे पड़ोसी राज्य सरकारों के निर्णय के बाद बल मिलता है। इस बारे में मप्र आजाद अध्यापक-शिक्षक संघ के अध्यक्ष भरत पटेल का कहना है कि सरकार ने वादा किया था पर कुछ नहीं हुआ। इसलिए फिर से आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं। अभी जिलों में बैठकें शुरू कर रहे हैं। इसके बाद आगे की रणनीति बनाई जाएगी।