राशन दुकान की चल रही हड़ताल से आमजनमानस परेशान हो गया है। यह हड़ताल ७ फरवरी से लेकर ९ फरवरी तक होगी। इस दौरान उचित मूल्य की दुकान राशन प्राप्त करने आ रहे हितग्राहियों को सोसायटी में कार्यरत कर्मचारियों द्वारा यह बात से अवगत कराया जा रहा है की फिलहाल उन्हे राशन देने में वे असमर्थ है। ऐसे में हड़ताल समाप्ति के बाद ही उन्हे राशन देने वे समर्थ हो पायेंगे। पूरी राशन दुकानों में सहकारिता कर्मियों ने हड़ताल कर दी है। यह जिला नही प्रदेश नही पूरे देश में लागू है।
इस मामले में मार्केटिंग सोसायटी के सेल्समेन भास्कर राव सोनी ने पद्मेश को बताया की हमारे द्वारा यह हड़ताल देश व्यापी हड़ताल है। उन्होने बताया की यह हड़ताल इसलिये की जा रही है की हमे इस महंगाई के दौर में पर्याप्त वेतन नही दिया जा रहा है। स्टॉक बढ़कर दिखाया जा रहा है। हमारे द्वारा कोराना काल में जो राशन बांटा गया है उसका हिसाब हमारी मशीन में नही हो पाया है। कई बार हमारे द्वारा अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी इस बात की सूचना दे दी गई है। मगर किसी ने उसका निराकरण नही किया है। इस वजह से ही मध्यप्रदेश सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ हड़ताल पर है।
वही सेवा सहकारिता सेवा समिति के प्रबंधक दीनू परिहार ने पद्मेश को बताया की ऑल इंडिया फेयर प्राइज सोप डीलर फेडरेशन नई दिल्ली के तत्वाधान में यह हड़ताल की जा रही है। जिसमे सम्पूर्ण भारत की राशन दुकान बंद की गई है। श्री परिहार ने बताया की सम्पूर्ण देश की राशन दुकान में कार्यरत कर्मचारियों को मांगो का निराकरण नही किया जा रहा है जिससे कर्मचारियों में रोष व्याप्त है। हालांकि यह हड़ताल ७ से ९ फरवरी २०२३ तक ३ दिवसीय की जा रही है। अगर मांगो का निराकरण नही किया गया तो यह हड़ताल उग्र आंदोलन में बदल जायेगा। उन्होने बताया की आज भी हमारे सेल्समेन मात्र ६ हजार रूपये में मासिक रूप से कार्य कर रहे है जो कलेक्ट्रेट रेट से भी काफी कम है। साथ ही कोराना कॉल में बांटे गये राशन का कोई हिसाब नही है। वही थंब लगाकर राशन बांटने की मशीन सर्वर की वजह से चल नही रही है। इनके अलावा अन्य मांगे भी शामिल है। जिसका निराकरण नही हुआ तो इस सांकेतिक हड़ताल के बाद हम लोग उग्र आंदोलन करेंगे।