धर्म नगरी लांजी जहां प्राकृतिक छटा बिखेरती सुरमयी वादियों में आदिकाल से साक्षात भगवान श्री कोटेश्वर महादेव का वास है। सिद्धपीठ एवं 108 उपलिंगो में से एक भगवान श्री कोटेश्वर महादेव की महिमा का सम्पूर्ण जिले तथा संभाग एवं आस पास के पडोसी राज्यो मे इनकी महिमा का गुणगान व्याप्त है। कोरोना संक्रमण काल के बाद यह पहला बड़ा मौका है जब दर्शनार्थियों के लिये दादा कोटेश्वर के द्वार खोले गये है क्योंकि विगत वर्ष कोरोना काल में महाशिवरात्रि एवं श्रावण मास में महादेव के दर्शनो पर प्रतिबंध लगा हुआ था एवं लॉकडाउन के चलते मंदिर के पट बंद थे लेकिन वर्तमान स्थिति में अनलॉक में मंदिरों के पट भी खोल दिये गये हंै। 26 जुलाई की तिथि जो श्रावण मास के पहले सोमवार को प्रात: काल से ही भगवान कोटेश्वर के दर्शन, जलाभिषेक पूजन अर्चन के लिये श्रृद्धालुओ की कतारें नजर आई। श्रृद्धालु भक्तों के द्वारा कतारों में लग, श्री कोटेश्वर भगवान दर्शन हेतु गर्भ गृह में पंहुचकर महादेव का दूध जल, आदि से अभिषेक पूजन कर मनावांछित फल प्राप्ति के लिये आशीर्वाद मांगा गया। बता दें कि जहां श्रावण मास में मंदिर सहित आस पास के परिसर में पैर रखने के लिये जगह नहीं रहती थी वहीं कोरोना संक्रमण के चलते भीड़ खासी कम नजर आई और दोपहर 1 बजे तक मंदिरों में लगने वाली कतारें समाप्त हो चुकी थी।
भक्तो΄ के द्वारा भी महाप्रसाद का आयोजन
कोटेश्वर धाम परिसर में श्रावण मास को परंपरानुसार बहुतायत भण्डारा महाप्रसादी का आयोजन होते रहा है लेकिन कोरोना संक्रमण काल के चलते यह भण्डारे भी सिमट गये हैं लेकिन अपनी पंरपराओं को बरकरार रखते हुये अनेको धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों के द्वारा मंदिर परिसर के समीप प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया है जिसमें लांजी सहित आस पास के अनेकों धार्मिक एवं सामाजिक संगठनों ने अलग-अलग समय पर प्रसाद वितरण किया गया। इसी क्रम में आसटकर परिवार के द्वारा भी प्रसादी वितरण किया गया जिसमें दिग्विजय आसटकर, मयूर आसटकर और समस्त आसटकर परिवार के द्वारा प्रसादी वितरण कार्यक्रम आयोजित किया गया।
समिति ने कावड़ यात्रा स्थगित कर किया प्रसादी वितरण
बोल बम सेवा समिति के द्वारा श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को चहेली से कोटेश्वर धाम लांजी तक 42 किमी की कावड़ यात्रा का आयोजन किया जाता रहा है लेकिन विगत वर्षो से कोरोना संक्रमण को देखते हुये उक्त यात्रा स्थगित की गई है तथा इस वर्ष भी समिति के द्वारा निर्णय लिया जाकर यात्रा स्थगित कर दी गई है लेकिन समिति के द्वारा इस वर्ष श्रावण मास के प्रत्येक सोमवार को प्रसाद वितरण का आयोजन किया गया है जो कि प्रथम सोमवार को बूंदी मिष्ठान का वितरण किया गया। इस दौरान समिति के अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव एवं सदस्य गण कपिल अग्रवाल, चन्द्रकांत किरनापुरे, संदीप अग्रवाल, मयूर सुले, राकेश रणदिवे प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।
पुलिस व्यवस्था रही चाक-चौ΄ब΄द
कोटेश्वर धाम में श्रावण मास को बहुताय संख्या में श्रृद्धालुगण दर्शन के लिये आते हंै ऐसे में व्यवस्थाओं को बनाये रखने के लिये पुलिस बल कीआवश्यकता होती है जिसको लेकर एसडीओपी दुर्गेश आर्मो, थाना प्रभारी रजनीकांत दुबे के द्वारा पूर्व से ही आस पास के थानों एवं चौकियो से पुलिस बल की व्यवस्था कर कोटेश्वर धाम मे तैनात कर चाक चौबंद इंतजाम किया गया साथ ही स्वयं एसडीओपी एवं थाना प्रभारी के द्वारा समय समय पर मंदिर परिसर का निरीक्षण कर व्यवस्थाओ का जायेजा लिया।