इन दिनों बालाघाट नगर पालिका में भले ही शहर की विद्युत व्यवस्था को सुचारू रखने के लिए विद्युत शाखा बनाई गई है किंतु विद्युत शाखा के कर्मचारी कितना कम कर रहे हैं और कितना काम नहीं कर रहे या तो शहर की स्ट्रीट लाइट को देखकर ही पता चलता है जिस प्रकार से आज शहर की स्ट्रीट लाइट को दिन में भी जलती हुये देख अनुमान लगाया जा सकता है कि नगर पालिका की विद्युत शाखा के कर्मचारी कितना कम कर रहे हैं और कितना नहीं
जिस प्रकार से शहर की स्ट्रीट लाइट दिन में भी प्रकाश दे रही है उसे देखकर निश्चित ही यह लगता है कि जहां आज शहर के कई क्षेत्र ऐसे भी हैं जिनमें रात्रि के समय में स्ट्रीट लाइट की अत्यंत आवश्यकता होने के बावजूद भी उन क्षेत्रों में अंधेरा पसरा रहता है तो वही शहर में बहुत से क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां पर दिन में ही नगरपालिका की स्ट्रीट लाइट चालू दिखाई दे रही है जबकि देखा जाए तो शहर के ऐसे बहुत से क्षेत्र है जहां पर रात्रि में स्ट्रीट लाइट की अत्यंत आवश्यकता होती है कि तो आज महज कुछ क्षेत्रों में नगर पालिका द्वारा स्ट्रीट लाइट लगाकर छोड़ दिया गया है किंतु वहा रात्रि के समय अंधेरा पसरा रहता है एवं बहुत से क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर रात्रि में तो स्ट्रीट लाइट जलती ही है किंतु उस स्ट्रीट लाइट को दिन में भी बंद करने वाला कोई नहीं होने के कारण वह दिन में भी स्ट्रीट लाइट चालू दिखाई दे रही है ताजा मामला वार्ड नंबर एक का है जहां पर बीते दिनों से देखने को मिल रहा है कि नगर पालिका की स्ट्रीट लाइट प्रतिदिन रात्रि के साथ-साथ दिन में भी प्रकाश देते नजर आ रही है वहीं अब यह समझ के परे है कि जिस प्रकार से नगर पालिका में विद्युत शाखा में लगभग आधा दर्जन से भी अधिक कर्मचारी काम कर रहे हैं वह आखिर इन सब व्यवस्थाओं पर ध्यान क्यों नहीं दे रहे हैं या फिर क्या इसकी जानकारी नगर पालिका को नहीं है कि कुछ क्षेत्रों में दिन में ही स्ट्रीट लाइट चालू है जबकि देखा जाए तो अति महत्वपूर्ण क्षेत्र मोती गार्डन स्थित पार्क पर नगर पालिका द्वारा लाखों की लागत से स्ट्रीट लाइट लगाई गई है तो यह रात्रि के समय अंधेरा पसरा रहता है जाने आने वाले लोगों को आज भी अंधेरे में से आवागमन करना पड़ रहा है और दूसरी ओर बूढ़ी वार्ड नंबर 1 में रात्रि के समय तो लाइट जलती ही है साथ में दिन में भी यह लाइट चालू नजर आ रही है जबकि देखा जाए तो नगर पालिका द्वारा प्रतिदिन इन क्षेत्रों में सुपरवाइजर के साथ-साथ नगर पालिका के कर्मचारी भी साफ सफाई के लिए प्रतिदिन आते हैं किंतु इन लाइटों पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है वहीं विद्युत शाखा के कर्मचारियों द्वारा भी लाइट को मेंटेनेंस के लेकर प्रतिदिन कार्य किया जा रहा है किंतु किसी का भी ध्यान इन लाइटों पर नहीं पड़ रहा है और भगवान भरोसे ही शहर की विद्युत व्यवस्था चल रही है नगर पालिका स्वयं यह कहती है कि आज नगर पालिका में खर्च बढ़ता जा रहा है यदि इसी प्रकार से यह लाइट जलती रही तो निश्चित ही एक अतिरिक्त बोज नगर पालिका पर विद्युत का भी पड़ेगा
देखना अब यह होगा कि यहां स्ट्रीट लाइट कब तक इसी तरह दिन में भी वार्ड को प्रकाश देते रहती है और जो क्षेत्र में आज भी वास्तव में रात्रि में स्ट्रीट लाइट की आवश्यकता है वह कब तक नगर पालिका द्वारा शुरू की जाती है जबकि अभी बरसात का समय होने के साथ-साथ रोडो पर खतरनाक जीव जंतु एवं सर्प घूमते रहते हैं जिस कारण से शहर के बहुत से ऐसे वार्ड है जहां पर स्ट्रीट लाइट की अत्यंत की आवश्यकता है किंतु इसको किसी का ध्यान नहीं जा रहा है और ना ही नगर पालिका द्वारा इन अत्यंत आवश्यक वार्डों में स्ट्रीट लाइट की व्यवस्था कर रही है जबकि देखा जाए तो नगर पालिका का प्रमुख कार्य साफ सफाई और वार्डों में प्रकाश की व्यवस्था करना ही प्रमुख कार्य होने के बावजूद भी आज नगर पालिका द्वारा ना ही यह महत्वपूर्ण मूलभूत सुविधाएं वार्ड वासियों को दी जा रही है और ना ही यह मूलभूत सुविधा जिन वार्डों में शुरू है उसे देखरेख कर समय-समय पर बंद, चालू करने का कार्य भी नहीं किया जा रहा है