बारिश के तीन माह तक हर वर्ष वर्षावास चलता है इस दौरान पूज्य भंते बुद्ध विहार में रुककर वर्षावास करते हैं, यहां पूज्य भंते द्वारा बौद्ध उपासक उपासिकाओ को धम्म ज्ञान दिये जाने के साथ ही बुद्ध की शिक्षा के बारे में विस्तृत रूप से बताया जाता है। नगर के वार्ड नंबर 1 बुद्ध नगर ढीमरटोला बूढ़ी स्थित बुद्ध विहार में पूज्य भंते आनंद संतीरक्खो का वर्षावास चल रहा है। इस वर्षावास के दौरान पूज्य भंते द्वारा बौद्ध उपासकों को भगवान बुद्ध के धम्म की शिक्षा दी जा रही है। इसके संबंध में जानकारी देते हुए बौद्ध उपासक प्रमोद मेश्राम ने बताया कि हर वर्ष 3 माह का वर्षावास चलता है और कहीं एक जगह रुककर पूज्य भंते निवास करते हैं इस दौरान भोजन लोगों के घर-घर जाकर ग्रहण करते हैं वह भी बिना मांगे। इस वर्षावास के दौरान वे बुद्ध विहार में रुक कर ध्यान साधना पढ़ाई करते हैं और लोगों को भगवान बुद्ध की शिक्षा के बारे में बताते हैं। भगवान बुद्ध की शांति के पांच शील है उसके बारे में विस्तृत जानकारी पूज्य भंते आनंद संतीरक्खो द्वारा दी जा रही है, आपको बताए कि यह पूज्य भंते मूलतः अकोला महाराष्ट्र के है लेकिन वे पिछले 12 वर्षों से विदेश में रहे हैं, जिनमे 9 वर्ष म्यांमार, दो वर्ष थाईलैंड और 6 माह श्रीलंका में रहे। इसके बाद वे भारत आए हैं भारत में इनका पहला वर्षावास है।