वारासिवनी थाना अंर्तगत आने वाले एक्सीडेंटल पाईंट कौन कौन से है इस बात का सर्वे कर लिया गया है। यह सर्वे पुलिस महानिदेशक भोपाल के द्वारा पूरे प्रदेश के थाना में करवाया गया है। ऐसा थाना क्षेत्र जहां ३ या उससे अधिक दुर्घनाऐ हुई है जिनमें आमजनमानस की मौत हुई है ऐसे स्थानों को ब्लैक स्पॉटघोषित किया जाना है। दुर्घटना का कारण क्या होगा इस बात का निरिक्षण भी हुआ है। वारासिवनी थाना क्षेत्र में कायदी को ब्लेक स्पॉट माना जा रहा है।
थाना प्रभारी, एमपीआरडीसी व पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारियों ने किया निरिक्षण
बीते दिवस थाना प्रभारी शंकर सिंह चौहान, पीडब्ल्यूडी एसडीओ, एमपीआरडीसी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियो ने वारासिवनी थाना अंर्तगत आने वाले स्पॉटो का निरिक्षण किया यह स्पॉट ऐसे थे जहां दुर्घटनाओं की संभावना अधिक है। ऐसे में सभी ने कायदी के पास एक निजि पेट्रोल पंप से लेकर आरटीओं कार्यालय को सबसे ज्यादा संवेदनशील एक्सीडेंटल अर्थात ब्लेक स्पॉट मानकर इस रिपोर्ट को पुलिस अधीक्षक को सौंप दिया है।
रिपोर्ट में सौंपा गया कि गति अवरोधक व प्रकाश व्यवस्था बनाई जाये
यहां यह बताना लाजमी है कि ब्लेक रूपॉट के निरिक्षण के दौरान समस्त अधिकारियों ने जो रिपोर्ट बनाई है उसके मुताबिक इस स्थल पर गति अवरोधक, प्रकाश व्यवस्था सहित गति क्षमता कम करने के बोर्ड लगाने की अनुशंसा अपनी रिपोर्ट में की है।
जहां वर्ष में ३ से अधिक दुर्घटना हुई है उन्हे बनाया जाता है ब्लैक स्पॉट – टीआई
पद्मेश से चर्चा करते हुये थाना प्रभारी शंकर सिंह चौहान ने बताया कि ऐसे स्थान जो हमारे थाना क्षेत्र में आते है जहां वर्ष भर में ३ या उससे अधिक दुर्घटनाऐं हुई और इन हादसों में ३ या फिर उससे अधिक लोगों की मौत हुई है उन्हे एक्सीडेंटल पाईंट या ब्लेक स्पॉट घोषित करने का निर्णय पुलिस महानिदेश भोपाल व पुलिस अधीक्षक बालाघाट के द्वारा दिये गये थे। हमने अपने वारासिवनी थाना क्षेत्र में कई स्थानों का अवलोकन कर जो हमारे थाना में दर्ज है ऐसे मामले का अध्ययन किया जिसमें पाया कि कायदी के पास एक निजि पेट्रोल पंप से लेकर कायदी मोड़ व इसके आगे आरटीओं कार्यालय तक काफी दुर्घटना होती है इसलिये इसे ब्लेक स्पॉट मानते हुये हमने अपनी रिपोर्ट एसपी साहब को सौंप दी है। हमारे साथ इस निरिक्षक्ष में पीडब्लयुडी, एमपीआरडीसी व अन्व्य विभाग के वरिषठ अधिकारी मौजूद थे। अब इन स्थानों मे क्या कमी है उन कमीयों को दूर कर दुर्घटनाओं पर अंकुश लगाने का कार्य किया जायेगा।
मार्ग पर साइड सोल्डरिंग है कि नही इस बात का भी किया गया सर्वे
वही थाना प्रभारी श्री चौहान ने बताया कि इस दौरान जिन जिन स्थलों का निरिक्षण किया गया है। उन स्थलों पर सड़क किनारे साईड़ सोल्डरिंग हुई है कि नही है इस बात का भी निरिक्षण पीडब्ल्यूडी विभाग व एमपीआरडीसी विभाग के अधिकारियों के द्वारा किया गया है ताकि मार्ग पर अगर कोई बड़ा वाहन आता है और ऐसी परिस्थति में अगर वाहन को रोड़ किनारे उतारना पड़ा तो ऐसे स्थलो को चिन्हाकिंत कर साईड सोल्डरिंग करवाये जाने की बात भी रिपोर्ट में उल्लेखित किया गया है।