विद्युत विभाग के अधिकारियों कर्मचारियों ने कलेक्टर कार्यालय में सौपा ज्ञापन

0

पिछले दिनों 19 जून को जबलपुर के विजयनगर में एक विशेष राजनीतिक पार्टी से जुड़े कुछ लोगों ने विद्युत कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ मचाई थी।तो वही कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों कर्मचारियों के साथ गाली गलौज कर मारपीट भी की थी। जबलपुर के विजय नगर में उपजा यहां मामला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जहां एक ओर इस मामले में राजनीतिक पार्टी से जुड़े लोगों ने विद्युत अभियंता कार्यालय में घुसकर अभियंता के साथ न सिर्फ गाली गलौच की बल्कि वहां पदस्थ कर्मचारियों के साथ मारपीट व गाली-गलौज कर विघुत विभाग कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ भी की थी।इस मामले में विद्युत अभियंता अधिकारियों कर्मचारियों की शिकायत पर पुलिस ने विशेष राजनीति पार्टी से जुड़े पार्षद सहित कुछ समर्थक लोगों के खिलाफ नामदज एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। तो वही इसी मामले को लेलर विशेष राजनीति पार्टी द्वारा धरना प्रदर्शन कर विद्युत विभाग अभियंता और कार्यालय में पदस्थ कर्मचारियों के खिलाफ भी शिकायत दर्ज कराई गई है। इसी मामले को लेकर विद्युत विभाग में पदस्थ अधिकारी और कर्मचारी सहमें हुए हैं तो वहीं उन्होंने प्रोटेक्शन एक्ट लागू किए जाने की मांग की है। जहां इस मामले में वैधानिक कार्यवाही करने अधिकारियों कर्मचारियों के बचाव के लिए प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने और इस मामले में लिप्त सभी आरोपियों के खिलाफ वैधानिक कार्यवाही कर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाए जाने की मांग की है। वही इस मांग को लेकर उन्होंने शुक्रवार को कलेक्टर कार्यालय में एक ज्ञापन सौपते हुए उक्त मांगे जल्द से जल्द पूरी न होने पर उग्र आंदोलन किए जाने की चेतावनी दी है। शुक्रवार को मुख्यमंत्री के नाम सौंप गए इस ज्ञापन के दौरान अभियंता संघ, डिप्लोमा इंजीनियर्स एशो., पत्रोपाधी संघ, यूनाईटेड फोरम कर्मचारी महासंघ और जनता यूनियन के पदाधिकारी सदस्य व अन्य कर्मचारी प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

तो उग्र आंदोलन किया जाएगा -उईके
ज्ञापन को लेकर की गई चर्चा के दौरान अधीक्षण अभियंता दीपक कुमार उइके ने बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने स्वयं को जनप्रतिनिधि बताकर कार्यालय में प्रवेश किया। जिसके बाद यहां कार्यरत कार्यपालन यंत्री, जबलपुर शहर के वरिष्ठ अधिकारी अधीक्षण अभियंता के कार्यालय में घुसकर तोड़फोड़ कर, गाली गल्लौज की, कनिष्ठ, सहायक, कार्यपालन एवं अधीक्षण यंत्री के साथ धक्का मुक्की की गई है। जिससे पूरे प्रदेश में बिजली अधिकारी और कर्मचारी भयभीत है। हमारी मांग है कि उनके खिलाफ कार्यवाही की जाए। उन्होंने बताया कि विपरित परिस्थिति में भी ईमानदारी से काम कर रहे अधिकारी, कर्मचारियों के खिलाफ हिंसा बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इससे पूर्व भी ऐसी कई घटनाएं हो चुकी है, जिसे देखते हुए सरकार बिजली कर्मचारी प्रोटेक्शन एक्ट बनाकर उसे लागु करें। उन्होंने बताया कि इस मामले में अधिकारी, कर्मचारियों के खिलाफ मामला बनाया जाना, न्यायोचित नहीं है। पीड़ितो के खिलाफ मामला, साबित करता है कि राजनीतिक दबाव में कार्यवाही की जा रही है और हम इससे संतुष्ट नहीं है, यदि सरकार कार्यवाही नहीं करती है तो विद्युत विभाग से जुड़े समस्त संगठनों के साथ मिलकर उग्र आंदोलन किया जाएगा।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here