पूर्व विधायक डॉक्टर योगेंद्र निर्मल के निवास स्थान पर १५ जून को भारतीय जनता पार्टी के तत्वाधान में प्रेसवार्ता आयोजित की गई। । जिसमें पूर्व विधायक डॉक्टर योगेंद्र निर्मल सहित अन्य भाजपा पदाधिकारियों के द्वारा खनिज विकास निगम अध्यक्ष व विधायक प्रदीप जायसवाल पर स्वार्थ की राजनीति करने और वाहवाही बटोरने का आरोप लगाते हुए रामपायली से बिठली पुल का दूसरी बार भूमि पूजन लोकार्पण कर प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम वाला पत्थर की जगह स्वयं के नाम का पत्थर लगाकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अपमान करने सहित अनेक बाते कही गयी। वहीं पूर्व विधायक के द्वारा नगर पालिका संचालन के विषय को लेकर तीखे सवाल भी खड़े किए गए। इस दौरान छगन हनवत, निरंजन बिसेन, मुरतसिंह पारधी,अजय बिसेन, दीप चौहान, रविन्द्र रूसिया, शैलेश पारधी, नारायण प्रसाद तिवारी,पिताम्बर नागेश्वर, उम्मेद पालेवार सहित समस्त भाजपा कार्यकर्ता मौजूूद रहे।
मुख्यमंत्री ने भूमिपुजन किया था फिर भी विधायक जायसवाल ने पुल का भूमिपुजन किया- डॉ योगेन्द्र निर्मल
पूर्व विधायक डॉ योगेंद्र निर्मल ने प्रेसवार्ता में कहा कि प्रेसवार्ता लेने का मुख्य विषय है कि १४ जून को वर्तमान विधायक प्रदीप जायसवाल ने रामपायली से बिठली मार्ग का भूमि पूजन किया। जिस पर हमारा कहना है कि ५ सितंबर २०२२ को जब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भूमि पूजन कर दिया था जिसका एक पत्थर रामपायली में तामेश्वर मास्टर के घर पर रखा हुआ है । जिसमें भाजपा के सभी बड़े नेता केंद्रीय मंत्री और भाजपा के सर्वमान्य नेता गौरीशंकर बिसेन के साथ वर्तमान विधायक का भी नाम है। वह कार्यक्रम में मौजूद थे फि र हमने १४ जून को सुना और देखा कि विधायक जायसवाल ने अपने नाम का पत्थर रामपायली बिठली मार्ग पर लगाया है तो एक चीज का यह कितनी बार भूमि पूजन करवाएंगे। यदि किसी पुल या कार्य को बजट में लिया गया है तो वह अकेले का नहीं होता है इसमें मुख्यमंत्री की भी भागीदारी होती है। हमने इन्हें अध्यक्ष नहीं बनाया जबकि हमारे द्वारा महीनों और सालों से जमीन पर यहां और भोपाल में इनका विरोध किया जा रहा है । संबंधित चीजों को लेकर अपने नेताओं का ध्यानाकर्षण भी करवाया गया है हर मामले में उन्हें जानकारी दी जा रही है। कल की घटना भी हमने अपने जिला प्रभारी श्री ठाकुर को बताई है।
विधायक जायसवाल ने क्षेत्र में कई बार भूमि पूजन किया आज तक कुछ नही बना-
श्री निर्मल ने कहा कि विकास से हमारा कोई विरोध नहीं है पर दो बार भूमि पूजन सही नहीं है। वर्ष २००८ से २०१३ में इन्होंने चुनाव के समय कौलीवाड़ा और मंगेझरी में सभा मंच का भूमि पूजन किया जो बना ही नहीं अब यह इतने बड़े बड़े पुल कहां से बनाएंगे। क्या यह भाजपा सरकार और शिवराज सिंह चौहान के बगैर बना पायेंगे ऐसा ही इन्होंने क्षेत्र में कई बार भूमि पूजन किया है। वहीं विधायक श्री जायसवाल का बिना नाम लिए कहा कि हमारी इस पार्टी को अपनी गतिविधि से स्वार्थ के लिए कोई बर्बाद नहीं कर सकता हम उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे वह चले जाए जहां उन्हें जाना है। हमने अपनी शिकायत कर दी है छिंदवाड़ा वाले मामले में। डॉ निर्मल ने कहा कि हमने भी सुना है अरुण यादव के साथ कांग्रेस में विधायक वापस जाने वाले हैं अब उनकी नाल कांग्रेस की है तो वह वहीं जायेंगे जैसे हमारे सुधानसिह नेताम जन संघ के नेता थे वह कांग्रेस में चार महीना रहे फि र जनसंघ में वापस आ गए उस समय दल बदल कानून नहीं था।
बोट चोरी के मामले में नपा सीएमओ एफ आई आर करें नही तो करेंगे आंदोलन
डॉ निर्मल ने कहा कि नगर पालिका में हमारे पार्षद विरोध करते हैं और वह गंभीर है बोट के मामले में हमने भी एफ आई आर कराने के लिए चिंतन किया और सीएमओ को कहा है नही तो आंदोलन करेंगे । आप सभी को पता है हमारे पार्षदों को क्या मिल रहा है सत्ता वाले ना उनकी पार्टी के हैं ना स्वयं का कोई रिश्ता है। हमने अपने पार्षदों से कहा है कि वह जानकारी नगर पालिका से मांगे और हमने भी इसमें जानकारी मांगी। जिसमें सीएमओ ने कहा कि बोट की नस्ती नहीं है तो फि र मैंने कहा कि नस्ती नहीं है तो एफआईआर दिखाओ अब जरूरी नहीं है कि बाहर हल्ला करें पर विरोध तो हम कर रहे हैं। इसमें नगर पालिका यह पहले तय कर ले कि वह बोट नगर पालिका ने खरीदी थी क्या ठेकेदार लेकर आया था। सीएमओ का कहना है कि २ वोट है एक जली हुई है और एक अच्छी वाली पानी टंकी के पास में रखी है। तो अब सीएमओ बताएं कि वह बोट किसकी है इस विषय पर सीएमओ हमें जानकारी देगी और यदि नस्ती नहीं है तो एफ आईआर करो।
नपा अध्यक्ष इतनी बडी नपा चला रहे है जो लिखकर देते है वह गायब हो जाता है
डॉ निर्मल ने कहा कि इतनी बड़ी नगर पालिका चला रहे हैं जो लिख कर दिया मुझे वह गायब हो गया। इस बात को पार्षद रख रहे हैं और सख्त होकर विरोध भी कर रहे हैं। हमारे पार्षदों पर हमें विश्वास है उन पर हम अविश्वास नहीं करते और समय.समय पर हम सहयोग भी उनसे लेते हैं। प्रधानमंत्री आवास में सभी चीजें सही हुई क्या और इसमें केवल पार्षद की जिम्मेदारी है, क्या हम इंसान और पत्रकार की क्या जवाबदारी है लोगों को मंजिल पर मिला दुकान बनाने मिला पर हम चुप रहे क्योंकि हम शिकायत करते तो यही लोग कहते कि भाजपा विरोध कर रही है हमें राजनीति का मोहरा नहीं बनना है। डॉ निर्मल ने कहा कि मैंने छगन हनवत और शैलेंद्र सेठी ने नगर पालिका में कचरा फेंका तो हमारे कितने पार्षद थे। विरोध के लिए पार्षद जरूरी नहीं है क्या इसके लिए आम इंसान की कोई नैतिक जवाबदारी नहीं है हम स्वीकार कर रहे हैं कि यह हमारी नैतिक जवाबदारी है।
विधायक जायसवाल को भाजपा पर विश्वास नहीं है तभी तो वह अपने अनुयाई को छिंदवाड़ा भेजा
डॉ निर्मल ने कहा कि पुल का वर्तमान विधायक के द्वारा दूसरी बार भूमि पूजन करना पत्थर लगाना मुख्यमंत्री का और भाजपा का अपमान है यह मामूली घटना नहीं है। आपको लगता होगा और भ्रम होगा कि हम चुप हैं परंतु हम चुप नहीं हैं भले हम हल्ला ना करे पर पूरे क्षेत्र को पता है कि हम विधायक प्रदीप जायसवाल का विरोध करते हैं। भाजपा का एक एक कार्यकर्ता विरोध कर रहा है यदि भाजपा का कोई नया कार्यकर्ता कल पैदा हुआ है तो वह भी विरोध कर रहा है हमारा भयंकर विरोध है प्रदीप जायसवाल को लेकर। डॉ निर्मल ने कहा कि विधायक प्रदीप जायसवाल को जब भाजपा पर विश्वास नहीं है तभी तो वह अपने अनुयाई छिंदवाड़ा भेज रहे हैं यदि उन्हें भाजपा में रहना था तो आते ना ज्योतिरादित्य सिंधिया के लोगों की तरह इस्तीफ ा देकर क्यों सत्ता में बने रहे।
भाजपा का हर एक कार्यकर्ता विधायक जायसवाल का विरोधी है
श्री निर्मल ने कहा कि विकास यात्रा निकाली गई पार्टी संगठन का काम चल रहा है । और जो संगठन चला रहे हैं वह यहां बैठे नेता लोग चला रहे हैं क्या वह विधायक प्रदीप जायसवाल चला रहा है। क्या कभी उसको एक भाजपा की सूचना दी गई है और जब नहीं दी तो कोई मतलब नहीं है और यह हम कई समय से विरोध कर रहे हैं । ऐसा नहीं है कि चुनाव आ रहा है इसलिए विरोध है हमारा इतना जबरदस्त विरोध है कि भाजपा का कार्यकर्ता निष्ठा से भाजपा के साथ है विरोध बहुत तगड़ा है। हमारे हर नेता बैठकों में उसका स्पष्ट रूप से विरोध कर रहे है उनके तरफ से कुछ लोग कहते हैं कि रात में आते हैं यदि ऐसा है तो वह बताएं कौन कब आया या हमारा कोई सरपंच काम मांगने आया। हमारे विरोध का प्रभाव आप लोगों को जरूर देखने मिलेगा भले हो जाता है कि किसी चीज का प्रभाव जल्दी दिखता है तो किसी के प्रभाव को दिखने में समय लगता है पर दिखता जरूर है।
ऐसी क्या मजबूरी थी कि कमलनाथ सरकार गिरने के १ घंटे पहले भाजपा सरकार को समर्थन देने की बात कही- निरंजन बिसेन
भाजपा किसान मोर्चा पूर्व प्रदेश मंत्री निरंजन बिसेन ने कहा कि रामपायली बिठली पुल का भूमि पूजन मुख्यमंत्री ने किया फि र भाजपा को समर्थन देने वाले विधायक ने भूमि पूजन किया। यह भाजपा सरकार व मुख्यमंत्री का अपमान है जिस पर संगठन उचित कार्यवाही कर रहा है यह वर्तमान विधायक श्रेय की राजनीति करते हैं। इनके वीडियो में हमने देखा है यह कहते हैं कि विकास के लिए भाजपा को या शिवराज सिंह चौहान को समर्थन दिया है तो इनका नैतिक दायित्व है कि कार्यक्रम में शिवराज सिंह चौहान और नरेंद्र मोदी का फ ोटो लगाये । उनके पक्ष में नारे लगवाये परंतु कहीं पर यह देखने नहीं मिलता है और ना ही शिवराज सिंह चौहान का नाम देखने के लिए मिला। श्री बिसेन ने विधायक प्रदीप जायसवाल का नाम लिए बिना कहा कि वह ४ साल का विकास गिनाते है और समर्थन की बात करते हैं तो ऐसी क्या मजबूरी थी कि कमलनाथ सरकार गिरने के १ घंटे पहले उन्होंने शिवराज सिंह चौहान एवं भाजपा सरकार को समर्थन देने की बात कही। हमारा कहना है कि वर्ष १९९८ से २०१३ तक यह विधायक रहे क्यों विकास कार्य नहीं किया इन्होंने और अब जो विकास हो रहा है वह शिवराज सिंह चौहान की सरकार की देन है । यदि वारासिवनी का विधायक प्रदीप जायसवाल की जगह डॉक्टर योगेंद्र निर्मल भी होते तो इससे ज्यादा विकास करवाते।
विधायक जायसवाल मैं…मैं… मैं… की राजनिति करता है
श्री बिसेन ने कहा कि विधायक जायसवाल बड़े बड़े पुल की बात करते हैं घोटी से धपेवाड़ा पुल की बात करते हैं । तो मैं बताना चाहता हूं कि हमारे सर्वमान्य नेता आयोग अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन खैरलांजी के ग्राम सावरी के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। जहां पर उन्होंने घोटी से धापेवाडा पुल की घोषणा की थी। इन्हें समझना चाहिए कि पत्र लिखना अलग होता है और बजट में लाकर स्वीकृत कराने एक अलग बात है। यह केवल सरकार का आदमी कर सकता है शिवराज सिंह चौहान का यह एक बार भी नाम नहीं लेते हैं हमेशा मैं.. मैं …मै..ं अपने एक भाषण में १००बार से ज्यादा यह मैं कहते हैं। श्री बिसेन ने कहा कि इन्हें इतना ही विकास दिख रहा था तो डोकरिया बांध जो १२ गांव की ५००० हेक्टेयर जमीन की सिंचाई करने में कारगर है जिसका पूर्व विधायक डॉ योगेंद्र निर्मल ने अपने कार्यकाल के दौरान सर्वे करवाया था जिसके लिए प्रदेश सरकार ने ३६ लाख रुपये स्वीकृत किए थे उसमें फि र आचार संहिता लगी। वह १४२ करोड़ की योजना थी उसे क्यों नहीं विधायक जायसवाल ने स्वीकृत करवाया किसानों का हितैषी बनकर।
विधायक प्रदीप जायसवाल दोहरे चरित्र का आदमी है-अजय बिसेन
भाजपा ओबीसी मोर्चा जिला अध्यक्ष अजय बिसेन ने विधायक प्रदीप जायसवाल का बिना नाम लिए कहा कि वह दोहरे चरित्र का आदमी है उसे पता चल गया कि अब भाजपा में मेरी दाल नहीं गलेगी तो वह इधर उधर भाग रहा है। हमें तकलीफ यह है कि सरकार हमारी विधायक समर्थन का विकास कार्य भाजपा सरकार से मांग कर ला रहा है और सरकार के प्रमुख चेहरो का नाम भी नहीं ले रहा है। ऐसे में हमारी पार्टी उसे क्यों बर्दाश्त कर रही है इसका जबरदस्त हमारा विरोध है। २२ जून को देश के गृह मंत्री अमित शाह बालाघाट आ रहे हैं जिसमें वारासिवनी भाजपा संगठन विरोध कर रहा है। और हमारी मांग है कि विधायक जायसवाल से लाल बत्ती और कैबिनेट का दर्जा छीना जायें।