लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और बांध के गेट खोलने के चलते जिले के ग्रामीण अंचलों में जहां एक ओर बाढ़ का कहर देखने को मिल रहा है. तो वहीं दूसरी ओर नदी नाले उफान में होने के चलते नदी किनारे बसे शहरी क्षेत्रों के निचले इलाके भी अब बाढ़ की रडार पर आ गए हैं.उधर लगातार बढ़ते जा रहे हैं नदी के जल स्तर और रहवासी क्षेत्रों तक पानी पहुंचने की आशंका के चलते जिला प्रशासन, पुलिस और नगर पालिका प्रशासन अलर्ट मोड पर है। जहां भीषण बाढ़ की संभावनाओं को मध्य नजर रखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा नदी किनारे बसे वार्डों के लोगों से मुलाकात कर वहां मुनादी कराई और स्थानीय लोगों से अपने जरूरी सामान और दस्तावेज किसी दूसरे के घर में या किसी सुरक्षित स्थान पर रखने को कहा है.वही हालात को मद्देनजर रखते हुए वहां के लोगों को बूढ़ी आईटीआई के पीछे बनाए गए कोविड- सेंटर में शिफ्ट करने की तैयारी पूरी कर ली गई है.जहां करीब 60 से 70 लोगों को शिफ्ट कर उनके रुकने, उनके खाने, स्वल्पाहार,पानी की व्यवस्था, आराम करने के लिए बिस्तर सहित अन्य इंतजाम पुरे किए गए है.वही एक टीम को नदी किनारे बसे वार्डों के हालातों का जायजा लेने के लिए तैनात कर दिया गया है. बताया जा रहा है कि यदि रात होते होते हालात बेकाबू हो जाते हैं या फिर ऐन वक्त पर लोगों के घरों में पानी भर जाता है. तो फिर वहां के बाशिंदों को तुरंत बूढ़ी आईटीआई के पीछे बनाए गए कोविड-सेंटर में शिफ्ट कर दिया जाएगा