प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के द्वारा कहा गया है जो जहां बसा है उसे वहा से नहीं हटाया जाएगा और उनको वहां रहने का अधिकार पट्टा दिया जाएगा। गरीब लोगों को पट्टा मिलना तो दूर की बात लोगों को मूलभूत सुविधाएं तक नहीं मिल पा रही है ऐसा ही एक मामला नगर के वार्ड नंबर 33 गायखुरी स्थित चिमनीटोला का सामने आया है।
चिमनीटोला नाम से छोटी सी गरीब लोगों की बस्ती वैनगंगा नदी के तट पर पटवारी प्रशिक्षण केंद्र के पास में पिछले 12 वर्षों से बसी हुई है। मजदूर वर्ग के लोग यहां निवास करने के कारण वे पानी प्रकाश सड़क जैसी अति आवश्यक सुविधाओं के लिए जूझने के लिए विवश है।
यहां निवासरत लोगों का कहना है कि इस चिमनी टोला बस्ती में करीब तीन दर्जन परिवार निवास करते हैं यहां के लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी पानी के लिए उठाना पड़ रहा है यहां पर मात्र एक हैंडपंप है उससे सभी लोग पानी भरते हैं भीड़ हो जाने के कारण कई बार विवाद की स्थिति भी निर्मित होती रहती है।
कुछ लोगों ने यहां प्रकाश व्यवस्था, मकान का पट्टा और सड़क नहीं होने की समस्या भी बताई। लोगों ने बताया कि यह बस्ती जंगल से लगी हुई है जिसके कारण जहरीले सर्प का भय बना रहता है।
इसके संबंध में चर्चा करने पर वार्ड नंबर 33 के पार्षद प्रतिनिधि संतोष लिल्हारे ने बताया कि यह बात सही है चिमनीटोला नाम की उस बस्ती में आवश्यक सुविधाओं का अभाव है।
वहीं इसके संबंध में मोबाइल पर चर्चा करने पर नगर पालिका सीएमओ सतीश मटसेनिया ने बताया कि आपके माध्यम से यह समस्या संज्ञान में आई है, हम जल्द ही इसको दिखवाएंगे।