बालाघाट (पदमेश न्यूज़)।पॉलिथीन मुक्त गांव, जल संरक्षण ,जैविक खेती, मातृ पितृ सम्मान,भारतीय पुरातन सभ्यता संस्कृति को वापस लाकर सनातन धर्म को बढ़ाने और लोगों में जन जागरूकता लाने के प्रमुख उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए। जिला मुख्यालय से करीब 6 किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत टेकाड़ी में प्रतिवर्ष ग्राम मंगल यात्रा का आयोजन किया जाता है।जहां प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्राम टेकाड़ी में ग्राम मंगल यात्रा का आयोजन 16 जनवरी को किया गया। वहीं इन्हीं उद्देश्यों को लेकर पहली बार 16 से 18 जनवरी तक राम कथा का आयोजन भी किया गया था। इसके अलावा स्थानीय 04 गांवो में 03 दिनों तक राम कथा का आयोजन कर आज रविवार 19 जनवरी को
ग्राम कुम्हारी, टवेझरी, जागपुर, टेकाड़ी,रावणबंदी और ग्राम अमेडा से ग्राम मंगल पदयात्रा निकाली गई। जो 16 गांव से होकर सीधे ईमली टेकरा हीरापुर स्थित श्री विष्णु धाम मंदिर पहुंची जहां इस पदयात्रा का समापन कर विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान कराए गए।
इन गांव से निकाली ग्राम मंगल पदयात्रा
ग्राम रक्षा सम्मेलन के अंतिम दिन 19 जनवरी रविवार की सुबह 9 बजे विभिन्न गांवो का भ्रमण करते हुए ग्राम मंगल पदयात्रा हीरापुर के इमली टेकरा स्थित श्री विष्णु धाम मंदिर पहुंची जहां हवन पूजन उद्बोधन सहित अन्य कार्यक्रम संपन्न कराए गए।इस दौरान ग्राम जागपुर से केंद्र संयोजक राधेश्याम नगपुरे के नेतृत्व में यह ग्राम मंगल यात्रा ग्राम मझारा,टवेझरी, आवलाझरी, वहां से भरवेली होते हुए सीधे हीरापुर ईमली टेकरा श्री विष्णु धाम मंदिर पहुंची, तो वही ग्राम टेकाड़ी से केंद्र संयोजक गुलाबचंद पटले के नेतृत्व में यह ग्राम मंगल पदयात्रा धनसुआ, मानेगांव होते हुए हीरापुर ईमली टेकरा श्री विष्णु धाम मंदिर पहुंची, इसके अलावा ग्राम अमेड़ा से संयोजक पवन मरकाम और दिलीप शिव के नेतृत्व में यह ग्राम मंगल पदयात्रा ग्राम खुटिया, भानपुर ,बड़ा हीरापुर से मुंडिमाई होते हुए हीरापुर ईमली टेकरा श्री विष्णु धाम मंदिर पहुंची,तो वही रावण बंदी से संयोजक ईश्वर कुमरे के नेतृत्व में यह ग्राम मंगल पदयात्रा ग्राम पायली से धनसुआ, मानेगांव से हीरापुर होते हुए हीरापुर ईमली टेकरा श्री विष्णु धाम मंदिर पहुंची। इसके अलावा भरवेली से केंद्र संयोजक ईश्वरी प्रसाद पटले और लिखनेश मस्करे के नेतृत्व में यह यात्रा गांव के विभिन्न मार्गों का भ्रमण करते हुए सीधे हीरापुर ईमली टेकरा श्री विष्णु धाम मंदिर पहुंची जहां उद्बोधन सुंदरकांड भारत माता की आरती हवन पूजन सहित अन्य धार्मिक अनुष्ठान सम्पन्न कराए गए। इसके उपरांत रात्रि में विशाल भंडारा का आयोजन कर कार्यक्रम का समापन किया किया।