सलाईटोला से कासपुर ,केरा ,मलहमटोला ,कोस्ते मार्ग खस्ताहाल

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वारासिवनी(पद्मेश न्यूज)। वारासिवनी जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत मंगेझरी के सालईटोला से ४ मार्ग ग्राम कासपुर ,केरा ,मलहमटोला, कोस्ते मार्ग जाते है। जो बहुत ज्यादा खस्ताहाल हो गया है जहां से आवागमन करने में ग्रामीण को अनेकों प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है भारी परेशानी हो रही है। जिसको लेकर ग्रामीण जनों में शासन प्रशासन के खिलाफ  आक्रोश व्याप्त है। ऐसे में ग्रामीणों के द्वारा मार्ग के पक्के निर्माण की मांग की जा रही है परंतु इस पर किसी के द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिसको लेकर पिछले विधानसभा चुनाव में जनता ने विरोध प्रदर्शन भी किया था।  जहां प्रशासन की समझाइस व वादा कर ग्रामीणों ने विरोध स्थगित कर दिया था। यह मार्ग ग्रामीणों के लिए अति महत्वपूर्ण मार्ग है जिससे आवागमन किया जाता है परंतु परेशानी इतनी है कि मार्ग पर चलना दुर्भर है। हालांकि अनेक परेशानियों के बाद भी ग्रामीण इसी मार्ग से आवागमन कर रहे हैं ताकि कम समय में और समीप का मार्ग होने से मुख्यालय पहुंच सके।

मार्ग में गिट्टी के बड़े पत्थर और गढ्ढो का अंंबार

ग्राम पंचायत कासपुर, केरा ,मलहमटोला और कोस्ते  से एक एक मार्ग ग्राम पंचायत मंगेझरी के सालईटोला के लिए जाता है। इसके उपयोग से उस क्षेत्र के ग्रामीण जन सीधा वारासिवनी व जिला मुख्यालय के लिए प्रतिदिन आवागमन करते हैं। जहां पर ग्रामीण जन अपने मजदूरी कार्य या अन्य कार्य के लिए आना जाना करते हैं तो वहीं विद्यार्थी शिक्षा अध्ययन करने के लिए मार्ग का उपयोग करते हैं। जबकि इस मार्ग की बहुत ज्यादा बुरी हालत हो गई है प्रारंभ से अंतिम तक मार्ग में बड़े बड़े गिट्टी के पत्थर बाहर आ गए हैं और बहुत ज्यादा गड्ढे हो चुके हैं। जहां से विद्यार्थी साइकिल से आसानी से नहीं जा पाते हैं उन्हें कई स्थानों पर साइकिल से उतर कर पैदल चलना पड़ता है। कई स्थानों पर साइकिल चलाना भी पड़ता है तो वहीं मोटर साइकिल चालक बहुत धीमी गति में इस मार्ग से गुजरते है। जिसके कारण मोटर साइकिल में आए दिन समस्या उत्पन्न होती रहती है। जिससे बड़े वाहन आने में असमर्थ दिखते हैं इस परिस्थिति में यदि आपातकाल में किसी को नगर मुख्यालय या जिला मुख्यालय जाना है तो उन्हें इस दुर्गम मार्ग का उपयोग करते हुए आवागमन करना पड़ता है।

दुर्घटनाओं की बनी रहती है संभावना

सालईटोला के चारों तरफ  पहुंच मार्ग है परंतु कोई भी पक्का मार्ग नहीं है सभी पर समस्या बनी हुई है। ऐसे में रात्रि के समय जिला मुख्यालय से आने के समय या नगर मुख्यालय जाने के समय दुर्घटनाएं घटित होती रहती है। जहां पर विद्यार्थी राहगीर या स्वयं ग्रामीण जन गंभीर रूप से घायल भी हो जाते हैं। इस परिस्थिति में लोग केवल परेशान हो रहे हैं क्योंकि उनके पास दूसरा कोई विकल्प नहीं है। सालईटोला से जिला मुख्यालय नगर मुख्यालय और महाराजपुर के लिए भी मार्ग निकलता है । किंतु ग्राम के अंदर ही सीमेंट रोड़ का निर्माण किया गया है बाकी जगह स्थिति बहुत ज्यादा गंभीर बनी हुई है।

विधानसभा चुनाव के वादों पर कब होगा अमल

ग्रामीणजनों के द्वारा मार्ग की मांग बीते कई वर्षों से की जा रही है जिसको लेकर उनके द्वारा अनेकों बार अनुविभागीय अधिकारी वारासिवनी तहसीलदार वारासिवनी एवं जिला कलेक्टर बालाघाट को भी इस मार्ग निर्माण के लिए मांग की जा चुकी है। परंतु किसी के द्वारा प्रयास नहीं किया गया जिसको लेकर बीते वर्ष संपन्न हुए विधानसभा चुनाव में ग्रामीणों के द्वारा मतदान का विरोध करते हुए सडक़ निर्माण की मांग की गई थी। जहां पर ग्रामीणों को प्रशासनिक अधिकारी एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा समझाइए दी गई थी जिसके बाद ग्रामीणों ने मतदान किया गया था। इस दौरान बताया जाता है कि सडक़ निर्माण के लिए वादा भी किया गया था परंतु वर्तमान तक सडक़ निर्माण नहीं होने से ग्रामीणों में रोष उत्पन्न हो रहा है। जो अपने आप को ठगा महसूस कर रहे हैं जिनके द्वारा प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की ओर इस मार्ग निर्माण कि आस लगाकर देखा जा रहा है।

मार्ग की हालत जर्जर होने से ग्रामीणों में आक्रोश है-देवनाथ बिसेन

ग्रामीण देवनाथ बिसेन ने बताया कि कोस्ते से सालईटोला मार्ग एवं हमारे ग्राम सलाईटोला से केरा रोड़ पर बहुत ज्यादा समस्या है। यहां से गाडि़य़ां आना जाना नहीं कर पाती है स्कूल जाने वाले सभी बच्चों को बहुत ज्यादा समस्या होती है मार्ग में गिट्टी के पत्थर बाहर निकल गए हैं। यदि कोई व्यक्ति जाने के लिए निकलता है तो उसे साइकिल से या मोटरसाइकिल से भी आधा घंटा लगता है। जिन्हें कहीं उतरकर कहीं बैठना पड़ता है बहुत ज्यादा समस्या है क्योंकि मार्ग बहुत खराब हो गया है इस पर चलना दुर्भर होने लगा है।

चुनाव के समय तो नेताओं ने समझाइस दियें अब जनता का अपमान कर रहे है-अरूण ठाकुर

ग्रामीण अरुण ठाकुर ने बताया कि रोड़ की बहुत गंभीर हालत हो गई है ग्रामीण और विद्यार्थी जो भी इस मार्ग से जाते हैं उन्हें भारी परेशानी से गुजरना पड़ता है। मार्ग में बहुत ज्यादा गड्ढे है जहां बरसात के समय में पानी भरकर कीचड़ हो जाता है बाहर बोल्डर निकल गए हैं। ग्राम के चारों तरफ  मार्ग है मगर सब की स्थिति बहुत खराब है कभी किसी लेडिस को डिलीवरी में आपातकाल में ग्राम से ले जाना है तो उसे वारासिवनी एवं बालाघाट दोनों जगह नहीं ले जा सकते। विधानसभा में हमने आंदोलन किये थे नेताओं ने कहा था हम करेंगे किंतु कुछ हुआ नहीं हम चाहते हैं कि क्षेत्र का जो भी विधायक हो हमारी समस्या का निराकरण करें।

कई वर्ष हो गये यही स्थिति यथावत बनी हुई है यह रोड़ बनना चाहिए-भक्तराज बिसेन

ग्रामीण भक्तराज बिसेन ने बताया कि सलाईटोला की बहुत ज्यादा स्थिति खराब है बरसात के समय में ग्राम से आना जाना मुश्किल हो जाता है। सभी मार्ग से बहुत ज्यादा कीचड़ होता है फि र भी विद्यार्थी जाते है क्योंकि हायर सेकेंडरी स्कूल हमारे यहां नहीं है। इसलिए वह यहां से बाहर जाते हैं जिनके साथ दुर्घटनाएं होती रहती है क्योंकि मार्ग में जो गिट्टी निकली है। उस कारण से साइकिल मोटर साइकिल अनियंत्रित हो जाती है कोस्ते मार्ग पूरा खराब है। दूसरा मलहम टोला तक मार्ग है वह भी खराब है चारों तरफ  हमारे रोड़ खराब है सरपंच इस पर आज तक ध्यान नहीं दे रहा है। कई वर्ष हो गई यही स्थिति यथावत बनी हुई है यह रोड़ बनना चाहिए।

विधायक और सांसद चुनाव का जनता ने मार्ग बनाने किया था विरोध-कमलेश पटले

ग्रामीण कमलेश पटले ने बताया कि हमारे गांव की रोड़ बहुत दैनिय स्थिति में है जबकि हमारे गांव से चारों तरफ  रोड़ है। सालईटोला से कालागोटा, कासपुर,  मलहमटोला रोड,  कोसते रोड, केरा रोड़ जहां से नगर और जिला मुख्यालय के लिए विद्यार्थी एवं बुजुर्ग सभी प्रकार के व्यक्ति आते जाते रहते हैं। जहां पर दुर्घटना ग्रस्त होते रहते हैं गिट्टी बाहर निकल गई है परेशानी हो रही है। विधायक और सांसद चुनाव का भी जनता ने विरोध किया वादा किया गया परंतु आज फि र कोई नहीं सुन रहा है। विधायक प्रतिनिधि भी ध्यान नहीं दे रहे हैं यह मार्ग से हम बैलगाड़ी से आना जाना नहीं कर सकते बरसात में आना जाना बंद हो जाता है। जिम्मेदार इस समस्या पर ध्यान देकर रोड़ का निर्माण करना चाहिये।

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