‘बिग बॉस ओटीटी सीजन 2’ के विनर एल्विश यादव एक बार फिर से सुर्खियों में छा गए हैं। उनकी मुसीबत कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। सांपों के जहर की तस्करी के आरोप के बाद अब वह मनी लॉन्ड्रिंग केस में भी शामिल हो गए हैं। उनका नाम इस में आया है। और ईडी के लखनऊ जोनल ऑफिस से उन्हें जल्द ही पूछताछ के लिए फरमान आ सकता है क्योंकि टीम इस बारे में विचार कर रही है। नोएडा में नंवंबर महीने में दर्ज हुए मामले के बाद मनी लॉन्ड्रिंग का केस रजिस्टर्ड किया गया है।
प्रवर्तन निदेशायल के लखनऊ यूनिट ने PMLA (प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट), जिसे हिंदी मं धन शोधन निवारण अधिनियन भी कहते हैं, उसके तहत जांच शुरू की है। सांपों के जहर बेचने वाले मामले में ईडी एल्विश यादव को समन भेज सकती है। नवंबर, 2023 में नोएडा सेक्टर-5ौ में रेव पार्टी में जहर सप्लाई करने का मामला सामने आया था। जिसमें यूट्यूबर को आरोपी पाया गया था। मार्च, 2024 में वह जेल भी गए थे। अब वह जमानत पर बाहर हैं।
ईडी करेगा एल्विश यादव के इन चीजों की जांच
प्रवर्तन निदेशालय सांप के जहर के बिजनेस से मिले कथित पैसोंऔर रेव पार्टियों को करने के लिए अवैध धन के इस्तेमाल की जांच करेगा। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, एल्विश यादव और सांप के जहर मामले से जुड़े अन्य आरोपियों से प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ करेगा। देश के सबसे लोकप्रिय यूट्यूबर्स में से एक एल्विश यादव को 17 मार्च को Snake Venom मामले में नोएडा पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था।
पुलिस ने एल्विश पर से हटाया था NDPS एक्ट
सांप के जहर का मामला पिछले साल नवंबर में एनजीओ पीपल फॉर एनिमल्स (पीएफए) द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर दर्ज किया गया था। पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया और जमानत पर रिहा कर दिया गया। वहीं, यूट्यूबर पर नोएडा पुलिस ने नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (NDPS) अधिनियम, वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत मामला दर्ज किया था। लेकिन बाद में NDPS एक्ट हटा दिया गया था। पुलिस ने कहा था कि उनसे गलती से ये एक्ट लग गया था।