कोविड के कोई लक्षण भले ही नजर न आएं लेकिन आपकी रिपोर्ट पाजिटिव है तो आपको इस बीमारी को गंभीरता से लेना चाहिए। डाक्टर की निगरानी में बीमारी का पूरा इलाज जरूर करवाएं। हो सकता है आप बगैर दवाई लिए भी ठीक हो जाएं लेकिन यह आपको भविष्य में भारी पड़ सकता है। अब तक हुए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि कोविड-19 वायरस रक्त को गाढा करता है। यह भविष्य में हार्ट अटैक की वजह बन सकती है। दूसरी लहर में भी कई लोगों में बीमारी का कोई लक्षण नहीं था। वे बगैर दवाई के ठीक भी हुए थे लेकिन अब ये लोग अलग-अलग बीमारियों के साथ डाक्टर के पास पहुंच रहे हैं।
यह बात इंटरवेंशनल पल्मोनोलाजिस्ट डा.गौरव गुप्ता ने कही। वे नईदुनिया के साप्ताहिक कार्यक्रम हेलो डाक्टर में बुधवार को पाठकों के सवालों के जवाब दे रहे थे। उन्होंने पाठकों को कोरोना की गंभीरता के बारे में बताते हुए कहा कि कोरोना के दोनों टीके लगवाने के बाद भी कोरोना प्रोटोकाल का पूरा पालन करना जरूरी है। टीका शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। टीका इस बात की गारंटी नहीं देता कि आपको भविष्य में कोरोना नहीं होगा। इसलिए पूरी सावधानी बरतें और मास्क पहनने के बाद ही घर से बाहर निकलें। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें और बार-बार हाथ धोने को अपनी रोजमर्रा की आदत में शामिल करें।
सवाल – ओमिक्रोन वैरिएंट के क्या लक्षण हैं। एक आम आदमी इसे कैसे पहचान सकता है? -नरसिंह कुंडलवाल, इंदौर
जवाब – सर्दी-जुकाम, सिरदर्द आदि ओमिक्रोन वैरिएंट के लक्षण हैं। व्यक्ति कोरोना के किस वैरिएंट की चपेट में आया है, यह सिर्फ जीनोम सिक्वेंसिंग जांच से ही पता चल सकता है। जरूरी है कि आप किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें। कोरोना के दोनों टीके लगवाने के बाद भी व्यक्ति संक्रमित हो सकता है। जरूरी है कि आप बीमारी की गंभीरता को समझें और प्रोटोकाल का पालन करें।
सवाल – मैं चश्मा लगाता हूं। दिक्कत यह है कि मास्क पहनने पर चश्मे पर धुंध छा जाती है। मैं क्या करूं? मास्क पहनना भी जरूरी है और चश्मा लगाना भी?- ब्रजेश वर्मा, बिचौली मर्दाना
जवाब – आप मास्क पर माइक्रोपोर लगा सकते हैं। इसे आधा मास्क पर और आधा चश्मे पर लगा लें। यह आसानी से बाजार में उपलब्ध है।
सवाल – इस मौसम में सर्दी-जुकाम आम है। ऐसे में एक आदमी कैसे पहचाने कि यह सामान्य सर्दी-जुकाम है या कोरोना? -राजू अग्रवाल, देवास
जवाब – कोरोना के लक्षण सामान्य सर्दी-जुकाम से कुछ अलग हैं। गले में दर्द, बुखार आना, पेट में दर्द, शरीर में दर्द ये कुछ ऐसे लक्षण हैं जो सामान्य सर्दी-जुकाम में नहीं होते। सर्दी-जुकाम के साथ इनमें से कोई भी लक्षण हैं तो कोरोना की जांच जरूर करवा लें।
सवाल – कोरोना के तीन वैरिएंट आ चुके हैं। यह कैसे पता चलेगा कि कौनसा वैरिएंट हमला कर रहा है? -सुभाष श्रीवास्तव, इंदौर
जवाब – कोरोना के अब तक 10-15 वैरिएंट आ चुके हैं। ओमिक्रोन कुछ ज्यादा तेजी से फैलने वाला वैरिएंट है। अगर किसी व्यक्ति को एक-दो दिन से ज्यादा सर्दी-जुकाम है, सिरदर्द, बदन दर्द जैसी शिकायत है तो कोरोना की जांच जरूर करवाना चाहिए। जिन लोगों में मामूली भी लक्षण हैं, वे बगैर डाक्टर की सलाह के कोई दवाई न लें। कोरोना सामान्य फ्लू से बिलकुल अलग है। इसलिए सावधान रहने की जरूरत है। कोविड की दवाई डाक्टर की सलाह से ही लें। अपने मन से दवाई लेना महंगा पड़ सकता है।
सवाल – मैंने कोरोना के दोनों टीके लगवा लिए हैं। मुझे सतर्कता डोज लेनी चाहिए या नहीं? – कन्हैयालाल प्रजापति, उज्जैन
जवाब – अगर आप पात्र हैं तो आपको सतर्कता डोज जरूर लगवानी चाहिए। जैसे टीका लगवाने के बाद बच्चों को बुखार आता है वैसे ही बड़ों में भी होता है। इससे घबराने की जरूरत नहीं है।
सवाल – मैं खाना बनाने का काम करता हूं। मुझे सर्दी-जुकाम है। जहां मैं काम करता हूं उन्होंने मुझे काम पर आने से इंकार कर दिया है। वे कहते हैं कि मुझे कोरोना है, जबकि मुझे कोरोना के दोनों टीके लग चुके हैं।
जवाब – कोरोना के दोनों टीके लगवाने के बाद भी कोरोना हो सकता है। जरूरी है कि आप प्रोटोकाल का पूरा पालन करें और कोरोना जांच करवाएं। अगर आपकी रिपोर्ट पाजिटिव आती है तो आप खुद को आइसोलेटेड कर लें।
यह भी कहा
– खाने-पीने का पूरा ध्यान रखें। खाने में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाएं। शाकाहारी व्यक्ति खाने में दाल, पनीर, चना, सोयाबीन ले सकते हैं। इसके अलावा पौष्टिक आहार लें।
– कोविड प्रोटोकाल का पालन अनिवार्य रूप से करें। घर से बाहर निकलते समय मास्क अनिवार्य रूप से पहनें। बगैर जरूरी काम के भीड़ में जाने से बचें। शारीरिक दूरी के नियम का पालन करें। बार-बार हाथ धोने को अपनी आदत में शामिल करें।